8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Republic Day 2025 Speech: गणतंत्र दिवस पर स्कूल में ऐसे दें भाषण, खूब बजेंगी तालियां

Republic Day 2025 Speech: 26 जनवरी पर भाषण देने की सोच रहे हैं तो यहां पर कुछ बातों को जानकर गणतंत्र दिवस पर भाषण दें।

3 min read
Google source verification

भारत

image

Nisha Bharti

Jan 22, 2025

Republic Day 2025 Speech | Republic Day 2025 Speech: गणतंत्र दिवस पर स्कूल में ऐसे दें भाषण

Republic Day 2025 Speech

Republic Day 2025 Speech: 26 जनवरी 2025 को हमारे देश भारत का 76वां गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। 26 जनवरी 1950 को हमारा देश लोकतांत्रिक गणराज्य बना और भारतीय संविधान लागू हुआ। इस विशेष अवसर पर स्कूलों और कॉलेजों में भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। ऐसे में अगर आप भी स्कूल या कॉलेज में गणतंत्र दिवस पर भाषण प्रतियोगिता में शामिल हो रहे हैं तो हम आपके लिए 26 जनवरी पर भाषण का ड्राफ्ट लेकर आए हैं। जिसकी मदद से आप आसानी से गणतंत्र दिवस पर भाषण दे सकते हैं। आइए जानते हैं गणतंत्र दिवस पर भाषण कैसे दें, जिससे पुरे हॉल में जमकर आपकी तारीफ हो।

Republic Day 2025 Speech: 1. भारतीय गणतंत्र की महत्ता

"सभी को मेरा सादर प्रणाम! आज हम सभी यहां एक अत्यंत गौरवमयी अवसर पर एकत्र हुए हैं- गणतंत्र दिवस के इस ऐतिहासिक दिन पर। यह दिन हम सभी के लिए गर्व का दिन है, क्योंकि आज ही के दिन हमारे संविधान को अपनाया गया था। हमारे संविधान ने हमारे देश को एक सशक्त लोकतंत्र का रूप दिया। जिसमें प्रत्येक नागरिक को समान अधिकार मिले। यह संविधान न केवल हमारे अधिकारों की रक्षा करता है, बल्कि यह हमारे कर्तव्यों को भी स्पष्ट करता है। गणतंत्र दिवस का यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है। जहां हर व्यक्ति को अपनी आवाज उठाने का, अपने विचार प्रकट करने का और अपने भविष्य को आकार देने का अधिकार प्राप्त है। इस दिन हम न केवल अपने संविधान का सम्मान करते हैं, बल्कि उन महान नेताओं को भी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जिन्होंने हमें यह अधिकार और स्वतंत्रता दिलाने के लिए संघर्ष किया। इस अवसर पर हम सभी संकल्प लें कि हम अपने देश के संविधान के मूल्यों का पालन करेंगे और अपने कर्तव्यों का निर्वहन सच्चे मन से करेंगे। हम इस महान लोकतंत्र की मजबूती और प्रगति में अपनी पूरी भूमिका निभाएंगे। जय हिंद

यह भी पढ़ें: गणतंत्र दिवस के दिन शायरी के जरिए बढ़ाएं देशप्रेम का उत्साह, अपनों को भेजें शुभकामनाएं

2. एकता और विविधता का प्रतीक

''सभी सम्माननीय अतिथिगण, आदरणीय शिक्षकगण और मेरे प्यारे साथियों। गणतंत्र दिवस का यह पवित्र अवसर हमें एकता और विविधता के अद्भुत मिलाजुला रूप का अहसास कराता है। भारत एक ऐसा देश है जहां विविधता की कोई कमी नहीं हैं। हमारी भाषा, संस्कृति, धर्म और रीति-रिवाज अलग हो सकते हैं। लेकिन हमारी पहचान एक ही है- हम भारतीय हैं। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि हमारी ताकत हमारी विविधता में ही है। हम विभिन्नता में एकता की मिसाल पेश करते हैं। हमारा संविधान यही सिखाता है कि हम सभी को समान अधिकार हैं, चाहे हमारी पृष्ठभूमि कुछ भी हो और हमें एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए। आज हम यह संकल्प लें कि हम अपनी विविधता को न केवल स्वीकार करेंगे, बल्कि उसे सम्मान भी देंगे। यह हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा है। जो हमें एकजुट रहने की प्रेरणा देता है। हम सभी मिलकर इस देश को उस दिशा में ले जाएंगे जहां हर एक भारतीय को सम्मान और समान अवसर मिले। जय हिंद

3. समाज में बदलाव की दिशा

सभी को प्रणाम! गणतंत्र दिवस पर हम अपने संविधान और लोकतंत्र की ताकत का उत्सव मनाते हैं। लेकिन यह दिन हमें यह सोचने पर भी मजबूर करता है कि हम एक बेहतर समाज बनाने के लिए क्या कदम उठा सकते हैं। जब तक समाज में समानता, न्याय और भाईचारे का वातावरण नहीं होगा, तब तक हमारा लोकतंत्र पूर्ण नहीं हो सकता। आज हम यह संकल्प लें कि हम अपने देश को एक ऐसा समाज बनाएंगे। जहां हर व्यक्ति को समान अवसर मिले, हर बच्चा बिना किसी भेदभाव के शिक्षा प्राप्त करे और हर नागरिक को उसकी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति हो। हमें यह समझना होगा कि समाज में बदलाव लाने के लिए सिर्फ कानून की आवश्यकता नहीं है, बल्कि इसके लिए हमारी सोच और दृष्टिकोण का भी बदलाव जरूरी है। अगर हम सब अपने कर्तव्यों को समझकर एकजुट होकर काम करेंगे तो निश्चित रूप से हम एक बेहतर समाज का निर्माण कर पाएंगे। जय हिंद जय भारत।

यह भी पढ़ें:  गणतंत्र दिवस पर अपनों को भेजें ये 6 बेहतरीन Gantantra Diwas Quotes

4. भारत का भविष्य

''सभी सम्माननीय व्यक्तियों को मेरा हार्दिक अभिनंदन! आज जब हम गणतंत्र दिवस मना रहे हैं, हमें यह याद रखना चाहिए कि हमारा देश केवल आजादी का ही नहीं, बल्कि उज्जवल भविष्य का प्रतीक है। हमारा देश बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है और यह हमें अपने कर्तव्यों को और भी बेहतर तरीके से निभाने की प्रेरणा देता है। हम सबका कर्तव्य है कि हम अपने संविधान के आदर्शों को अपने जीवन में उतारें और उन पर सही ढंग से अमल करें। जब हम अपने कर्तव्यों को सही तरीके से निभाते हैं, तब हम अपने देश के भविष्य को उज्जवल बना सकते हैं। यह सिर्फ हमारी जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह हमारे लिए एक अवसर है। आज हम संकल्प लें कि हम अपने देश के विकास में योगदान देंगे और हम एक ऐसा भारत बनाएंगे। जहां हर नागरिक को सम्मान, अवसर और सुरक्षा मिले। भारत माता की जय!