7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Yoga For Anger Management: इन 4 योगासन से गुस्सा आना हो सकता है कम, जानिए कब और कैसे करने से मिलता है फायदा

Yoga For Anger Management: गुस्सा एक स्वाभाविक भावना है, लेकिन इसे नियंत्रित करना भी जरूरी है। छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आने और रिएक्ट करने से हमारी मेंटल हेल्थ को नुकसान पहुंचता है। आइए जानते हैं कि किन योगासनों की मदद से आप अपने गुस्से को कण्ट्रोल कर सकते हैं।

4 min read
Google source verification

भारत

image

Nisha Bharti

Mar 30, 2025

Yoga For Anger Management

Yoga For Anger Management

Yoga For Anger Management: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव और गुस्सा आम समस्या बन गई है। काम का दबाव, निजी जिंदगी की उलझनें और लगातार बढ़ती चुनितियों से कुछ लोगों को जल्दी गुस्सा आने लगता हैं। अधिक गुस्सा करने से मानसिक शांति भंग होती है और इससे हाई ब्लड प्रेशर,अनिद्रा, सिरदर्द और हृदय संबंधी बीमारियां होने का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में गुस्से को नियंत्रित करना बहुत जरूरी हो जाता है।

गुस्से को काबू में रखने के लिए योग एक प्रभावी उपाय साबित हो सकता है। योग से मन शांत रहता है, तनाव कम होता है और विचारों में स्थिरता आती है। कुछ खास योगासन करने से गुस्से की समस्या को दूर किया जा सकता है। यहां हम आपको ऐसे 5 योगासनों के बारे में बता रहे हैं जो आपको मानसिक शांति देंगे और गुस्से पर नियंत्रण रखने में मदद करेंगे। (yoga control anger)

1. गोमुखासन

    शरीर और मस्तिष्क लाभ के लिए गोमुखासन को सबसे अच्छा माना जाता है। यह शरीर को लचीला बनाने के साथ-साथ मानसिक तनाव को कम करने में भी मदद करता है। यह योगासन नकारात्मक विचारों को दूर करता है और काम करने की क्षमता का विकास करता है और इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है।

    गोमुखासन करने का तरीका

    1. इस योगासन को करना बेहद आसान होता है। इसे करने के लिए सबसे पहले आप जमीन पर बैठकर बाएं पैर को मोड़ें और दाएं पैर को उसके ऊपर रखें।

    2. अब दाएं हाथ को ऊपर उठाकर पीछे की ओर ले जाएं और बाएं हाथ को नीचे से पीछे ले जाकर दोनों हाथों को पकड़ें।

    3. इस स्थिति में 30 सेकंड से 1 मिनट तक रहें और धीरे-धीरे सांस लें।

    4. फिर सामान्य स्थिति में लौट आएं और दूसरी ओर से इस प्रक्रिया को दोहराएं।

    5. इस योगासन को सुबह खाली पेट से ज्यादा फायदा मिलता हैं।

    2. शशांकासन

      फिट और हेल्दी रहने के लिए रोजाना योग और मेडिटेशन करना फायदेमंद होता है। बिगड़ी लाइफस्टाइल और अनियमित खानपान के कारण तनाव, एंग्जायटी, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में हमें शशांकासन योग करनी चाहिए। इस योगसन को ''चंद्रासन'' भी कहा जाता है। यह योगासन मन की शांति और गुस्से को कण्ट्रोल करने में बेहद फायदेमंद होता हैं।

      शशांकासन योग करने का तरीका

      1. शशांकासन योग को करना भी बेहद आसान हैं। इसके लिए सबसे पहले आप वज्रासन में बैठ जाएं और हाथों को सिर के ऊपर सीधा रखें।

      2. अब सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे शरीर को आगे की ओर झुकाएं और हाथों को जमीन पर रखें।

      3. सिर को जमीन से लगाकर इस स्थिति में कुछ सेकंड तक रहें।

      4. धीरे-धीरे सांस लेते हुए वापस सामान्य स्थिति में आएं।

      5. शशांकासन योग को सुबह और शाम इसे करने से ज्यादा फायदा मिलता है।

      3. गुरुप्रणाम आसन

        गुरुप्रणाम आसन गुस्से को शांत करने के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। इसे करने से आत्म-नियंत्रण बढ़ता है और मन को शांति मिलती है।

        कैसे करें:

        1. वज्रासन में बैठकर हाथों को प्रणाम की मुद्रा में जोड़ लें।

        2. अब सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं और धीरे-धीरे शरीर को आगे की ओर झुकाएं।

        3. माथे को जमीन से लगाएं और कुछ देर इसी स्थिति में रहें।

        4. धीरे-धीरे वापस सामान्य स्थिति में आएं।

        5. इस योगासन को सुबह और रात को सोने से पहले इस आसन को करने से मन को ज्यादा शांति मिलती है।

        4. भ्रामरी प्राणायाम

          आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी में कुछ समय मन की शांति के लिए समय निकालना बेहद जरूरी हो गया हैं। गलत लाइफस्टाइल से कभी-कभी छोटी-छोटी बातों से भी गुस्सा आने लगता हैं। ऐसे में गुस्सा को कंट्रोल करने के लिए भ्रामरी प्राणायाम करना लाभकारी हो सकता हैं। भ्रामरी प्राणायाम करने से दिमाग शांत रहता है और गुस्सा कम होता है। यह प्राणायाम मानसिक शांति के लिए बहुत फायदेमंद है।

          भ्रामरी प्राणायाम करने का तरीका

          1. इसे करने के लिए सबसे पहले आप सुखासन में बैठकर आंखें बंद कर लें।

          2. अपने दोनों अंगूठों से कानों को बंद करें और बाकी उंगलियों को माथे और आंखों पर रखें।

          3. गहरी सांस लें और छोड़ते समय "हम्म्म" की मधुमक्खी जैसी आवाज निकालें।

          4. इस प्रक्रिया को 5-7 बार दोहराएं।

          5. सुबह के समय इसे करने से ज्यादा लाभ मिलेगा। जब भी गुस्सा आए, तब भी इसे किया जा सकता है।

          डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।