
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के सरकारी, कोविड अस्पतालों और निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन का संकट गहरा गया है। राजधानी लखनऊ के डॉ. राममनोहर लोहिया मेडिकल इंस्टीट्यूट में ऑक्सीजन सिलेंडरों की कमी से अस्पताल में भर्ती तीन कोविड मरीजों की मौत हो गयी। हालांकि संस्थान इससे इनकार कर रहा है। प्रदेश के 40 ऑक्सीजन प्लांट रोजाना 36,600 सिलेंडर का उत्पादन कर रहे हैं जबकि, डिमांड 60 हजार ऑक्सीजन सिलेंडर की है। इसलिए आपूर्ति नहीं हो पा रही। सीएम योगी आदित्यनाथ ने दस नए ऑक्सीजन प्लांट खोलने के साथ ही सभी अस्पतालों को अपने यहां 36 घंटे का बैकअप रखने का निर्देश दिया है। सभी नए दस प्लांट 15 दिन में ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू कर देंगे। इस बीच सरकार ने अन्य राज्यों से भी ऑक्सीजन सिलेंडर मंगाने का फैसला किया है ताकि किसी मरीज की जान ऑक्सीजन की वजह से न जाए।
चार घंटे में एक जंबो सिलेंडर की खपत
कोविड अस्पतालों में मरीजों पर चार घंटे में एक जंबो सिलेंडर की खपत हो रही है। एक सिलेंडर में करीब 13 लीटर ऑक्सीजन होती है। फरवरी तक निजी अस्पतालों में रोजाना करीब 16 हजार जंबो सिलेंडर की खपत थी। जबकि सरकारी, अद्र्ध सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में 20 हजार सिलेंडर लगते थे। अब कोविड अस्पतालों में ही रोजाना 25 हजार सिलेंडर की खपत है। बलरामपुर अस्पताल में मार्च में रोजाना 80-90 सिलेंडर की खपत थी। अब यह बढ़कर 500 सिलेंडर प्रतिदिन पहुंच गई। इसी तरह लोकबंधु में करीब 500 सिलेंडर और लोहिया में 150-200 सिलेंडर रोज खत्म रहे हैं।
दस नए प्लांट लगाने की घोषणा
ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10 नए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए छह करोड़ रुपए दे दिए गए हैं। अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने बताया कि 15 दिन के अंदर 10 नए प्लांट बनाएंगे। इन प्लांट में हवा से ऑक्सीजन तैयार की जाएगी।
एसजीपीजीआइ में रचा इतिहास
संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, लखनऊ ने सिर्फ सात दिन के भीतर 20 हजार लीटर का ऑक्सीजन प्लांट स्थापित कर दिया है। यह संस्थान अब ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर हो गया है।
Published on:
18 Apr 2021 04:22 pm
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