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Video:प्रेरणा स्थल में खराब खाना खाने से 71 भेड़ों की मौत, प्रशासन जांच में जुटा, रिपोर्ट का इंतजार

71 Sheep Died Near Prerna Sthal in Lucknow : लखनऊ के प्रेरणा स्थल परिसर से जुड़ा एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां संदिग्ध हालात में 71 भेड़ों की मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में खराब और फेंके गए भोजन को मौत की वजह माना जा रहा है। प्रशासन और पशुपालन विभाग ने जांच शुरू कर दी है।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Dec 30, 2025

भेड़ों की मौत का मामला, मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान (फोटो सोर्स : WhatsApp News Group)

भेड़ों की मौत का मामला, मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान (फोटो सोर्स : WhatsApp News Group)

Prerna Sthal Sheep Death: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित प्रेरणा स्थल परिसर से जुड़ा एक गंभीर मामला सामने आया है। यहां संदिग्ध परिस्थितियों में बड़ी संख्या में भेड़ों की मौत हो गई है। प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि भेड़ों ने सड़ा-गला और खराब भोजन खा लिया था, जो हाल ही में आयोजित एक कार्यक्रम के बाद परिसर और आसपास फेंका गया था। इस घटना में कुल 71 भेड़ों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि समय रहते उपचार मिलने से कई अन्य भेड़ों की जान बचा ली गई।प्रेरणा स्थल वही स्थान है, जिसका उद्घाटन हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था। ऐसे में इस घटना ने प्रशासनिक लापरवाही और व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

घैला पुल के पास मिलीं मृत भेड़ें

जानकारी के अनुसार, मड़ियांव थाना क्षेत्र के अंतर्गत घैला पुल के पास शुक्रवार सुबह बड़ी संख्या में भेड़ें मृत अवस्था में पाई गईं। स्थानीय लोगों ने जब सड़क किनारे और खाली मैदान में भेड़ों को तड़पते और कुछ को मृत देखा, तो इसकी सूचना तुरंत प्रशासन और पशुपालन विभाग को दी गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना से कुछ घंटे पहले प्रेरणा स्थल की पार्किंग के पास भारी मात्रा में खाना और खाद्य सामग्री फेंकी गई थी। माना जा रहा है कि भेड़ों ने वही खाना खा लिया, जिससे उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई।

खराब और अधिक भोजन बना मौत की वजह

पशु चिकित्सकों की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि भेड़ों ने अत्यधिक मात्रा में खराब और बासी भोजन खा लिया था। डॉक्टरों के मुताबिक, इस स्थिति को पशु चिकित्सा की भाषा में “ब्लाट” कहा जाता है। ब्लाट की स्थिति में पशुओं के पेट में अत्यधिक गैस बन जाती है, जिससे पेट फूल जाता है और सांस लेने में परेशानी होने लगती है। यदि समय रहते इलाज न मिले, तो पशु की मौत भी हो सकती है। पशु चिकित्सकों की टीम ने मौके पर पहुंचकर गंभीर हालत में मौजूद भेड़ों का तत्काल उपचार शुरू किया। डॉक्टरों के प्रयास से कई भेड़ों की जान बचाई जा सकी, लेकिन 71 भेड़ों को नहीं बचाया जा सका।

प्रशासन और विभागीय टीमें मौके पर पहुंचीं

घटना की जानकारी मिलते ही पशुपालन विभाग, नगर निगम और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने प्रेरणा स्थल परिसर, पार्किंग क्षेत्र और आसपास के इलाकों का निरीक्षण किया। भेड़ों को दिए गए चारे और फेंके गए भोजन के सैंपल जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं। इसके साथ ही मृत भेड़ों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, ताकि मौत के सही कारणों की पुष्टि हो सके। प्रशासन का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और लैब जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट होगी।

लापरवाही की आशंका, जिम्मेदारों पर कार्रवाई संभव

प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, भेड़ों की देखरेख और उनके भोजन की व्यवस्था में लापरवाही सामने आ सकती है। यह भी जांच की जा रही है कि प्रेरणा स्थल परिसर और पार्किंग क्षेत्र में कार्यक्रम के बाद बचे हुए खाने का निस्तारण तय मानकों के अनुसार क्यों नहीं किया गया।

यदि जांच में यह स्पष्ट होता है कि किसी ठेकेदार, सफाई एजेंसी या कर्मचारी की लापरवाही से यह घटना हुई है, तो संबंधित लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने यह भी संकेत दिए हैं कि भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों के बाद खाद्य अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर और कड़े निर्देश जारी किए जा सकते हैं।

साफ-सफाई और निगरानी व्यवस्था पर सवाल

इस घटना के बाद प्रेरणा स्थल परिसर में साफ-सफाई और निगरानी व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बड़े कार्यक्रमों के बाद अक्सर खाने-पीने का सामान खुले में फेंक दिया जाता है, जिसे आवारा पशु खा लेते हैं। नगर निगम की जिम्मेदारी पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिर कचरा समय पर क्यों नहीं उठाया गया और पशुओं को ऐसे स्थानों तक पहुंचने से रोकने के लिए क्या इंतजाम किए गए थे।

स्थानीय लोगों और पशुपालकों में नाराजगी

घटना के बाद पशुपालकों और स्थानीय लोगों में नाराजगी देखी जा रही है। भेड़ पालकों का कहना है कि उनकी आजीविका पूरी तरह इन पशुओं पर निर्भर होती है। इतनी बड़ी संख्या में भेड़ों की मौत से उन्हें भारी आर्थिक नुकसान हुआ है।पशुपालकों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग भी की है। अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद नियमानुसार मुआवजे पर विचार किया जाएगा।

पीएम मोदी द्वारा उद्घाटित स्थल होने से बढ़ी संवेदनशीलता

चूंकि प्रेरणा स्थल का उद्घाटन हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था, इसलिए इस घटना को लेकर प्रशासन और सरकार की छवि को लेकर भी चर्चा हो रही है। विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों ने इस घटना को लापरवाही का परिणाम बताते हुए सवाल उठाए हैं। हालांकि प्रशासन का कहना है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है और किसी को भी दोषी पाए जाने पर बख्शा नहीं जाएगा।

दुबग्गा में भेड़ों की मौत का मामला, मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान

दुबग्गा क्षेत्र में भेड़ों की अचानक हुई मौत के मामले ने प्रशासनिक महकमे में हलचल मचा दी है। इस गंभीर घटना का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही पीड़ित पशुपालकों को राहत प्रदान करते हुए प्रति भेड़ 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।