
सरकारी बंगले का मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं अखिलेश यादव, राज्य संपत्ति विभाग को बताई अपनी मजबूरी!
लखनऊ. राज्य संपत्ति विभाग ने उत्तर प्रदेश के सभी छह पूर्व मुख्यमत्रियों को 15 दिनों के भीतर सरकारी बंगले खाली करने करने की नोटिस दी है। मुलायम और मायावती के बाद अब अखिलेश यादव भी इतनी जल्दी अपना सरकारी बंगला खाली नहीं करना चाहते हैं। सोमवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने राज्य संपत्ति अधिकारी योगेश शुक्ला को पत्र लिखकर दो साल की मोहलत मांगी है। आपको बता दें कि यूपी के जिन छह पूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम पर बंगले अलॉट हैं, उनमें मुलायम सिंह यादव , अखिलेश यादव , राजनाथ सिंह , कल्याण सिंह , एनडी तिवारी और मायावती के नाम शामिल हैं। बता दें कि अखिलेश यादव के लेटर हेड पर लिखा ये पत्र सोशल साइट्स पर वायरल हो रहा है।
अखिलेश यादव ने अपने निजी सचिव गजेंद्र के जरिये राज्य संपत्ति विभाग को पत्र भिजवाया है, जिसमें उन्होंने बंगला खाली करने के लिये दो साल का और वक्त मांगा है। राज्य सम्पत्ति विभाग के कर्मचारी ने अखिलेश यादव के पत्र को रिसीव भी कर लिया है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगले खाली करने के निर्देश दिये हैं, जिसके बाद राज्य संपत्ति विभाग ने सभी छह पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगले 15 दिनों के भीतर खाली करने की नोटिस दिया है।
अखिलेश यादव ने दो साल का मांगा वक्त
अखिलेश यादव ने राज्य संपत्ति विभाग को भेजे नोटिस में कहा है कि उनके पास अभी लखनऊ में ठहरने के लिये सुरक्षा के लिहाज से कोई उचित स्थान नहीं है। कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री होने के नाते उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली है, जिसके लिये उन्हें घर में पर्याप्त जगह चाहिये। उन्होंने लिखा है कि समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते हर दिन बड़ी संख्या में लोग उनसे मिलने आते हैं। ऐसे में नये आवास की व्यवस्था करने के लिये उन्हें कम से दो साल का वक्त चाहिये।
कहां किसका बंगला
अखिलेश यादव- बंगला नंबर 4 विक्रमादित्य मार्ग, लखनऊ
मायावती - बंगला नंबर 13A माल एवेन्यु, लखनऊ
मुलायम सिंह यादव - बंगला नंबर 5 विक्रमादित्य मार्ग, लखनऊ
राजनाथ सिंह - बंगला नंबर 4 कालिदास मार्ग, लखनऊ
कल्याण सिंह - बंगला नंबर 2 माल एवेन्यु, लखनऊ
एनडी तिवारी- बंगला नंबर 1A माल एवेन्यु, लखनऊ
Published on:
21 May 2018 04:52 pm
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
