लखनऊ

दक्षिण का दौरा बंगाल में बैठक, आखिर 2024 को लेकर वोटर्स को क्या संदेश देना चाहते हैं अखिलेश?

Akhilesh Yadav preparation for 2024 election: अखिलेश यादव लोकसभा 2024 के चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं। वह लगाातार विपक्ष के नेताओं के साथ मुलाकात कर थर्ड फ्रंट बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

3 min read
Mar 18, 2023

अखिलेश यादव 17 मार्च से समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने के लिए बंगाल के दौरे पर हैं। यहां वह पार्टी की बैठक में शामिल होने से पहले बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिले। उनके साथ 2024 के चुनाव को लेकर केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार के खिलाफ एकजुट होकर चुनाव लड़ने को लेकर चर्चा किया। सपा अध्यक्ष UP विधानसभा चुनाव के बाद से ही तीसरे मोर्चे की बात कर रहे हैं।

विपक्षी नेताओं से कर रहे मुलाकात
2024 के चुनावों से पहले अखिलेश यादव तीसरा मोर्चा बनाने की तैयारी में जुट गए हैं। इसके लिए वह आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की रैली में शामिल होने के लिए हैदराबाद भी गए। उसके बाद वह कभी तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन तो कभी बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार से मिले। इसके साथ ही उन्होंने कई बार

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात किया। अभी हाल ही में वह दिल्ली में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव से मिले। अब ममता बनर्जी से मुलाकात कर उन्होंने अपने कवायद को तेज कर दिया है।

कांग्रेस के साथ गठबंधन के पक्ष में नहीं अखिलेश
सपा मुखिया 2024 के चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन के पक्ष में नहीं है। राजनीति के जानकार कहते है कि वह 2017 में कांग्रेस के साथ गठबंधन करके देख चुके हैं। वह यह भी जानते है कि अगर कांग्रेस के साथ वह गठबंधन में गए तो उनका फायदा कम और नुकसान ज्यादा हैं।

क्या तीसरा मोर्चा बनाने में सफल हो पाएंगे अखिलेश?
अखिलेश यादव तीसरे मोर्चे के गठन को लेकर काफी गंभीर दिखाई दे रहे हैं। इसके लिए वह दक्षिण भारत से लेकर दिल्ली तक सभी गैर कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मुलाकात कर रहे हैं। अभी लोकसभा चुनाव में 1 साल का वक्त बचा है। तो अभी यह कहना की वह तीसरा मोर्चा बनाने में सफल या असफल होंगे यह जल्दबाजी होगा। हालांकि अखिलेश यादव को कई नेताओं का समर्थन भी मिल रहा है। लेकिन वह कितना सफल होगा वह आने वाला समय ही बता पाएगा।

अखिलेश के तीसरे मोर्चे की कवायद पर क्या बोले विपक्षी नेता?
सपा प्रमुख के तीसरे मोर्चे को बनाने की कवायद पर विपक्षी नेताओं ने तंज कसा हैं। BJP प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने पत्रिका यूपी से बात करते हुए कहा कि अखिलेश यादव पिछला तीन चुनाव गठबंधन के सहारे लड़ते आ रहे हैं। लेकिन एक बार भी जीत नहीं पाए। उसी तरह इस चुनाव में भी बचने के लिए वह राज्य के बाहर के नेताओं से मुलाकात कर रहे ताकि चुनाव हारने पर उन पर ठीकरा फोड़ सकें।

वहीं, इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता वर्चस्व पाण्डे ने कहा कि अखिलेश यादव बिना कांग्रेस के जिस गठबंधन की कवायद कर रहे हैं। वह कभी सफल नहीं होगा। क्योंकि आज भी पूरे देश में कांग्रेस का संगठन सपा से कहीं ज्यादा मजबूत हैं। अगर 2024 के चुनाव में BJP को रोकना है तो उन्हें कांग्रेस के साथ आना ही होगा।

वोटरों को क्या संदेश देना चाहते है अखिलेश?
प्रदेश की राजनीति पर नजर बनाए वरिष्ठ पत्रकार अब्राहम मिरेज कहते है, “अखिलेश यादव तीसरे मोर्चे के सहारे अपने कार्यकर्तओं को बताना चाहते है कि कांग्रेस से बिना हाथ मिलाए भी BJP को रोका जा सकता हैं। अगर वह अपने प्लैन में सफल हो जाते है तो उनके लिए 2027 का चुनाव आसान हो जाएगा।” इसके साथ ही वह उन दलों को भी एक मैसेज देना चाहते है कि अगर सभी क्षेत्रिय दल एक हो जाए तो कांग्रेस और BJP को भी रोका जा सकता हैं।

Published on:
18 Mar 2023 06:17 pm
Also Read
View All

अगली खबर