
Azam Khan
लखनऊ. सांसद आजम खां (Azam Khan) के खिलाफ लगातार कई आपराधिक मामलों में केस दर्ज हो रहे हैं। जिसके साथ ही सत्ता पक्ष उन्हें घेरने की लगातार कोशिश कर रहा है। लेकिन समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने इसका तोड़ निकाल लिया है। समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को एक कमेठी का गठन किया है, जो उनके खिलाफ दर्ज मामलों की तह तक जाएगी और योगी सरकार के सामने असली तस्वीर पेश करेगी।
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि सपा अध्यक्ष के निर्देश पर जनपद रामपुर में जिला प्रशासन द्वारा जौहर विश्वविद्यालय रामपुर के कुलाधिपति माननीय मोहम्मद आज़म खां के विरूद्ध किसानों से भूमि सम्बंधी फर्जी मुकदमें दर्ज कराने तथा उनको प्रताड़ित करने वाली घटनाओं की जांच के लिए समाजवादी पार्टी विधानमण्डल दल की एक 21 सदस्यीय कमेटी, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन के नेतृत्व गठित की गई है।
यह सदस्य कमेटी में शामिल-
कमेटी में अहमद हसन के साथ विधायकगण (विधानसभा व विधान परिषद) सर्वश्री बलराम यादव, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, दुर्गा प्रसाद यादव, शैलेन्द्र यादव ‘ललई‘, नरेन्द्र वर्मा, रामसुन्दर दास निषाद, मो0 रिजवान, ओमकार सिंह यादव, शशांक यादव, तसलीम अहमद, फहीम इरफान, शरदवीर सिंह, नवाब जान, आशुतोष उपाध्याय, नईम उल हसन, उदयवीर सिंह, पुष्पराज जैन उर्फ पम्मी, वासुदेव यादव, राजपाल कश्यप, संजय लाठर तथा लीलावती कुशवाहा शामिल रहेंगे।
आजम खां पर साधा जा रहा है निशाना-
कमेटी गठन करने का फैसला समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का है। पार्टी में लगातार इस बात की चर्चा हो रही है कि सपा के कद्दावर नेता आजम खां को निशाना बनाया जा रहा है। उनके खिलाफ योगी सरकार लगातार मुकदमे दर्ज करवा रही है।
क्या करेगी यह कमेटी-
आजम खां के खिलाफ रामपुर में लगातार दर्ज हो रहे मुकदमे को लेकर जिस कमेटी का गठन हुआ है, उसके सभी सदस्य रामपुर जाएंगे और मामले की गहनता से जांच करेंगे। 20 जुलाई 2019 को दिन के 12ः00 बजे रामपुर पहुंचकर यही कमेठी कर जांच करेगी। मामलों में की गई जांच की विस्तृत रिपोर्ट तीन दिन के अंदर कमेटी के अध्यक्ष अहमद हसन राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को प्रस्तुत करेंगे। साथ ही यह रिपोर्ट विधानसभा अध्यक्ष और विधान परिषद सभापति के समक्ष भी पेश की जाएगी।
यह हैं आरोप-
आरोप है कि आजम खां ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अपने करीबी व पूर्व क्षेत्राधिकार आले हसन खान के सगयोग से मौलाला अल जौहर विश्वविद्यालय के लिए कई सौ करोड़ रुपए की जमीन हड़पी है। इसको लेकर अभी तक उनके खिलाफ छह मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। ताजा मुकदमा अलियागंज के एक किसान की तहरीर पर अजीमनगर पुलिस ने दर्ज किया है।
Updated on:
16 Jul 2019 09:06 pm
Published on:
16 Jul 2019 08:03 pm
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