
Ambika Chaudhry and Mukhtar Ansari Brother Sibagtullah join SP
लखनऊ. Ambika Chaudhry and Mukhtar Ansari Brother Sibagtullah join SP. अगले वर्ष विधानसभा चुनाव (Vidhansabha Chunav) होने वाले हैं। ऐसे में सपा समेत बीजेपी, कांग्रेस और बसपा सभी राजनीतिक पार्टियां चुनावी तैयारी में जुट गए हैं। हर दल पार्टी में नए चेहरों को शामिल करने में लगी है। इसी के साथ शनिवार को राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राज्य मुख्यालय में माफिया डॉन और बहुजन समाज पार्टी के विधायक मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी ने अपने बेटे के साथ सपा की सदस्यता ली। इस दौरान सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) भी मौजूद रहे। मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी के साथ उनके बेटे मन्नू अंसारी को भी समाजवादी पार्टी की सदस्यता दिलाई गई। इसके अलावा पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी ने सपा में वापसी की है। इससे पहले उन्होंने 2017 में बसपा से चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए थे। पंचायत चुनाव में उनके बेटे ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली और जिला पंचायत अध्यक्ष बने। तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि अंबिका चौधरी फिर से सपा में लौट सकते हैं। अंबिका चौधरी, मुलायम और अखिलेश सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
2022 में प्रबल दावेदार
मुहम्मदाबाद विधानसभा से दो बार विधायक रह चुके मुख्तार के बड़े भाई सिबगतुल्लाह समर्थकों के साथ गाजीपुर से लखनऊ पहुंचे। सिबगतुल्लाह अंसारी 2007 में सपा और 2012 में कौमी एकता दल से गाजीपुर के मोहम्मदाबाद विधानसभा रहे हैं। इसके बाद 2017 में बसपा से मैदान में उतरे, लेकिन पराजय का सामना करना पड़ा। अब एक बार फिर वे सपा खेमे में शामिल हो गए हैं। ऐसे में लगभग तय है कि उन्हें या उनके बेटे को 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा वहां से टिकट देगी।
संन्यास लेंगे बीजेपी एमएलए दीनानाथ भाष्कर
उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के औराई विधानसभा से भाजपा विधायक दीनानथ भाष्कर ने राजनीति से सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा करते हुए राजनीति से संन्यास लेने की संभावना जताई है। उनके पोस्ट से उनके राजनीतिक जगत को अलविदा कहने के कयास लगाए गए हैं। फेसबुक पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा, 'काम करने के बावजूद मुझे कुछ लोग जलील कर रहे हैं। कोई जिम्मेदार व्यक्ति सुनने के लिए नहीं तैयार है। आने वाले दिनों में मैं राजनीति से बाहर हो सकता हूं। बाहर से पार्टी की सेवा करता रहूंगा।' विधायक की पोस्ट के बाद भदोही जिले की राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है।
पार्टी बनाने के पहले ही अमिताभ ठाकुर हो गए राजनीति के शिकार
उत्तर प्रदेश काडर के पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने नई पार्टी बनाने की घोषणा करने के साथ अपने संगठन का प्रस्तावित नाम ‘अधिकार सेना’ करने का ऐलान किया है। लेकिन उनके राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा करने से पहले ही वह राजनीति के शिकार हो चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्मदाह करने वाली पीड़िता ने अपने बयान में अमिताभ ठाकुर का नाम लिया था। उसके बयान के आधार पर पूर्व आईपीएस को गिरफ्तार किया गया है। उनकी पत्नी नूतन ठाकुर का आरोप है कि पीड़िता के जिस बयान को आधार बनाकर उनके पति को गिरफ्तार किया गया है उसी बयान में वाराणसी के तत्कालीन एसपी अमित पाठक सहित कई अधिकारियों और एक जज पर भी आरोप लगाए गए हैं। एक बयान के आधार पर अगर उनके पति को गिरफ्तार किया गया तो एफआईआर में आरोपित कर इनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं की गई। नूतन ठाकुर ने यह भी आरोप लगाया है कि जब से उनके पति ने सीएम योगी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है उन्हें तब से ही सपरिवार प्रताड़ित किया जा रहा है।
Published on:
28 Aug 2021 04:21 pm
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