लखनऊ. राजधानी में पिछले दिनों लगातार कई लोगों के गिरे हुए पर्स लौटकर मिशाल पेश करने वाली यातायात पुलिस की ईमानदारी की पोल उस समय खुल गई जब एंटीकरप्शन टीम ने पॉलिटेक्निक चौराहे पर एक टीएसआई और होमगार्ड को एक कर चालक से गाड़ी छोड़ने के बदले 500 रुपये नगद घूस लेते धर दबोचा। डीजीपी ने इन घूसखोर पुलिसकर्मियों को पकड़ने के लिए भ्रष्टाचार निवारण संगठन को निर्देश दे रखा है। पकड़े गए दोनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है।
डीजीपी जावीद अहमद ने बताया कि पिछले दिनों से लगातार यातायात पुलिस द्वारा वसूली की शिकायतें मिल रहीं थी। इसके चलते वाहनों से अवैध वसूली की शिकायत एवं उसे रोकथाम हेतु उप महानिरीक्षक भ्रष्टाचार निवारण संगठन संजय कक्कड़ को निर्देश दिए गए थे। संजय ने उच्चाधिकारियों से वार्ता कर यातायात पुलिस में लिप्त भ्रष्ट पुलिस कर्मियों को पकड़ने के लिए एक ट्रैप टीम गठित की। ट्रैप टीम का नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय भ्रष्टाचार निवारण संगठन योगेंद्र सिंह द्वारा किया गया।
स्कार्पियो चालक से कर रहे थे वसूली
बुधवार दोपहर करीब 1:45 बजे ट्रैप टीम के सदस्य निरीक्षक सुंदर सिंह सोलंकी प्रभारी टास्क फोर्स इकाई लखनऊ एवं एचसीपी केशव राम वर्मा, मो. रफीक, कृष्ण कुमार तिवारी, शेष नाथ, जगदीश तिवारी, सतीश द्विवेदी, मो. मोहसिन, धर्मेंद्र शर्मा व जयपाल वेव मॉल के पास पॉलिटेक्निक चौराहे पर यातायात पुलिस की कारगुजारियों पर निगरानी रख रहे थे। तभी यातायात कर्मियों द्वारा गाड़ी संख्या (डीएल 4सी एनबी 1339) स्कार्पियो को रोका गया। चालक रमाशंकर निवासी कंजा इस्माइलपुर जलालपुर अंबेडकरनगर से यातायात निरीक्षक अनिल कुमार यादव, होमगार्ड आनंद कुमार के माध्यम से पकड़े गए गाड़ी को छोड़ने के एवज में 500 रुपये मांगा गया जिससे परेशान होकर वह इधर उधर देखने लगा।
गिरफ्तार कर की जा रही विभागीय कार्रवाई
तभी वहां पहले से ही निगरानी कर रहे पुलिस उपाधीक्षक योगेंद्र सिंह व निरीक्षक सुंदर सिंह सोलंकी ने संपर्क किया। पुलिस उपाधीक्षक ने वैधानिक कार्यवाही करते हुए रमाशंकर से रिश्वत में 500 रूपये लेते हुए अनिल यादव निवासी ऊंचा खत्रीहाल अमरोहा, हालपता ट्रैफिक पुलिस लाइन जो टीएसआई के पद पर तैनात था और होमगार्ड आनंद कुमार सल्लाही खेड़ा गोसाईगंज को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए दोनों आरोपितों के विरुद्ध गोमतीनगर में मुकदमा दर्ज कर विभागीय कार्रवाई की जा रही है।