ब्लॉक प्रमुख के अविश्वास प्रस्ताव को लेकर हुआ था विवाद सांसद ने बताया कि उनकी बहू नीलम सिंह जौनपुर जिले के खुटहन ब्लाक से क्षेत्र पंचायत सदस्य है। ब्लाक प्रमुख सरजू देवी यादव के खिलाफ 6 नवंबर को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और मतदान निर्धारित हुआ था। इस दौरान सांसद के बेटे और बहू को लगातार धमकी मिल रही थी। सांसद के मुताबिक उन्होंने 5 नवंबर को इस पूरे मामले से जौनपुर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से मुलाक़ात कर सुरक्षा बंदोबस्त मजबूत करने की मांग की थी।
गाड़ी में छिपकर बचाई जान सांसद के मुताबिक अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दिन वे अपनी बहू और बेटे को अपनी फार्चूनर कार से लेकर जैसे ही ग्राम खुटहन पुलिस बैरिकेटिंग के पास पहुंचे, उसी समय धनंजय सिंह, शैलेन्द्र यादव और बृजेश सिंह सहित 400 से 500 अराजक तत्वों ने उन्हें घेर लिया। आरोप है कि शैलेन्द्र यादव के कहने पर उनकी गाड़ी पर फायर होने लगे। किसी तरह सबने गाड़ी में छिपकर जान बचाई। सांसद के मुताबिक उनके पीछे चल रही स्कार्पियो को वहां मौजूद लोगों ने आग लगा दी और प्राइवेट सिक्युरिटी कर्मी को भी घायल कर दिया। जान बचाकर किसी तरह घटना की जानकारी डीएम और एसपी को दी।
ब्लाक में बीडीसी सदस्य के अपहरण की कोशिश सांसद ने बताया कि घटना के बाद पुलिस स्टाफ के साथ उनकी बहू नीलम सिंह किसी तरह खुटहन ब्लाक मुख्यालय पहुंची। वहां मौजूद अराजक तत्व गाड़ियों से बीडीसी को किडनैप करने के लिए खींच रहे थे। मौके पर मौजूद एक महिला इंस्पेक्टर किसी तरह उसे छुड़ाया लेकिन शैलेन्द्र यादव ने उसे फिर से कब्जे में ले लिया। एक महिला पुलिसकर्मी घटना की वीडियोग्राफी कर रही थी, उससे भी मोबाइल छीन लिया। किसी तरह नीलम सिंह व अन्य बीडीसी सदस्यों ने मतदान में हिस्सा लिया। घटना में कई बीडीसी सदस्यों को चोटे आईं हैं।
सीएम से मुलाकात करेंगे सांसद सांसद ने कहा कि घटना के बाद उन्होंने इस मामले में केस दर्ज कराया लेकिन अभी तक आरोपियों की गिरफ़्तारी नहीं हुयी है। सांसद ने कहा कि उन्होने इस मामले में डीजीपी से बात की है। साथ ही कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग करेंगे। सांसद ने कहा कि पुलिस अच्छा काम नहीं कर रही है। लोगों को न्याय मिलना कठिन हो गया है।