लखनऊ ,शिवपाल यादव ने बताया कि अराजकता बढ़ाई जा रही है और संप्रदायिकता को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना की जा रही है।एक बार पहले ऐसा हो चुका है 1992 में जब कल्याण सिंह मुख्यमंत्री थे। उसी तरह एक बार फिर सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है।
जब अयोध्या मामला सुप्रीम कोर्ट में है तो फैसले का इंतजार करना चाहिए, लेकिन अगर सरकार को मंदिर बनाना ही है तो विवादित जमीन को छोड़ कर के तमाम जगह है जहां मंदिर बनाया जा सकता है। जहां पर बाबरी मस्जिद गिराई गई थी और माहौल इतना खराब है तो वहीं पर आखिर क्यों मंदिर बनाने की राजनीति की जा रही है। ऐसा जब पिछली बार हुआ था तो पूरे देश में दंगे हुए थे और हिंदुस्तान का नाम पूरी दुनिया में खराब हुआ था। मेरा तो स्पष्ट कहना है जहां पर विवाद है वहां अभी मंदिर मस्जिद की बात ही नहीं होनी चाहिए।