
Bhadrapad Bhado Mass Date Importance
लखनऊ. Bhadrapad Bhado Mass Date Importance Know What to do and What not . हिंदू पंचाग के अनुसार सोमवार 23 अगस्त से भाद्रपद या भादों का महीना शुरू हो रहा है। ये महीना सावन के बाद आता है। इसे चतुर्मास का दूसरा महीना भी कहा जाता है। भाद्रपद को धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। इस दौरान भगवान विष्णु, भगवान गणेश और शिव जी की पूजा की जाती है। भाद्रपद मास ही भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन यानी जन्माष्टमी मनाई जाती है।
भाद्रपद मास पर आज का नक्षत्र
23 अगस्त, सोमवार के दिन शतभिषा नक्षत्र है। ज्योतिष शास्त्र में इस नक्षत्र को विशेष स्थान प्राप्त है। शतभिषा नक्षत्र को आकाश मंडल का 24 वां नक्षत्र माना गया है। शतभिषा नक्षत्र का स्वामी राहु है और शतभिषा नक्षत्र के राशि स्वामी शनि देव हैं, जो इस समय मकर राशि में वक्री होकर गोचर कर रहे है।
आज का योग
पंचांग के अनुसार 23 अगस्त को अतिगंड योग का निर्माण हो रहा है। यह चंद्र शासित योग माना जाता है। इस योग में शुभ कार्यों को करने में सावधानी बरतनी चाहिए।
भाद्रपद में क्या करें
- भादों मास में शाकाहारी भोजन करना चाहिए।
- इस महीने भगवान विष्णु, भगवान गणेश और शिव जी की विशेष तौर पर पूजा करनी चाहिए।
- भादों मास में पवित्र नदी में स्नान करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से पापों से मुक्ति मिलती है।
- इस महीने में दान पुण्य करना भी शुभ माना जाता है।
क्या नहीं करना चाहिए
- भादों मास में प्याज, लहसुन और मांसाहारी भोजन खाने से बचना चाहिए।
- इस महीने में शहद, दही -भात, मूली और बैंगन को खाना वर्जित माना गया है।
- शास्त्रों में यह माना गया है कि इस महीने में झूठ नहीं बोलना चाहिए। इसके अलावा किसी को धोखा देने से आप भगवान को नाराज करते हैं।
Published on:
23 Aug 2021 11:42 am
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