
बिजनौर में नौ माह में 10वां तेंदुआ मारा गया। बिजनौर जिले के हीमपुर दीपा थाना क्षेत्र के छाछरी टीप गांव में स्थित वृहद कान्हा गो संरक्षण केंद्र के पास किसान बाला देवी के खाली खेत में 3 वर्षीय मादा तेंदुआ मृत पाया गया। तेंदुए को किसी वाहन ने टक्कर मारी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। संभागीय वनाधिकारी अनिल कुमार पटेल ने बताया कि, शुक्रवार को बरामद तेंदुआ के शव को देखने से लगता है कि उम्र करीब तीन साल है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के गठित पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मादा तेंदुआ के दाएं तरफ गर्दन एवं चेहरे से आतंरिक खून श्राव एवं श्वास नली क्षतिग्रस्त पाया गया। मादा तेंदुआ की मृत्यु के कारणों की विस्तृत जांच के लिए सैंपल आईवीआरआई बरेली भेजे गए हैं। पोस्टमार्टम के बाद तेंदुआ के शव को जला दिया गया।
वाहन की टक्कर से हुई तेंदुएं की मौत
डीएफओ ने कहा कि, प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत हो रहा है की किसी वाहन की टक्कर से मादा तेंदुआ की मौत हुई है। घटना की जांच की जा रही है। उन्होंने वाहन चालकों से अपील है कि बिजनौर वन्यजीव बहुल क्षेत्र हैए वाहन को सावधानीपूर्वक चलाएं तथा वन्यजीवों के संरक्षण में सहयोग दें।
बिजनौर में अब तक 10वें तेंदुए की मौत - डीएफओ
संभागीय वनाधिकारी डीएफओ अनिल कुमार पटेल के अनुसार, बिजनौर में जनवरी 2022 से यह 10वें तेंदुए की मौत है। जब तापमान बढ़ता है तो ये तेंदुए पानी की तलाश में मानव आवास की ओर बढ़ते हैं। जिससे क्षेत्र में मानव-पशु संघर्ष के मामलों में वृद्धि होती है।
डीएफओ चिंतित
डीएफओ ने कहा, यह हमारे लिए बहुत बड़ी चिंता की बात है कि इस वर्ष फरवरी से जिले में 10 तेंदुओं की मौत हो चुकी है। तीन सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए हैं। एक ट्रेन दुर्घटना में और चार गन्ने के खेतों में मृत पाए गए। एक तेंदुआ ग्रामीणों द्वारा मारा गया था और दूसरा एक गहरे कुएं में मृत पड़ा मिला था। हालांकि, हमारी टीमों ने पिछले आठ महीनों में आठ शावकों को बचाया है और उन्हें उनकी मां से मिला दिया है।
Published on:
10 Sept 2022 03:59 pm
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
