चंद्रशेखर के इस ऐलान पर भाजपा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा एमएलसी विजय बहादुर पाठक का कहना कि उनकी सरकार भेदभाव या बदले की राजनीति नहीं करती। अगर ऐसा होता तो चंद्रशेखर रावण जिस तरह से बयान दे रहा है वह नहीं देता।
सपा ने कहा- भाजपा सरकार हुई नत्मस्तक- समाजवादी पार्टी ने चंद्रशेखर की रिहाई पर कहा है कि इस सरकार में दलित और पिछड़े वर्गों के नौजवानों को फर्जी मुकदमे में जेल में डाल दिया गया। अब इसी सरकार को उनके आगे नतमस्तक होना पड़ रहा है। पार्टी के प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने कहा कि भाजपा के सत्ता में आते ही यूपी में पिछड़े और दलित वर्गों के नौजवानों पर बड़े पैमाने पर फर्जी मुकदमे लगाकर उन्हें जेल भेजा गया है। इसी कड़ी में सहारनपुर कांड के बाद चंद्रशेखर रावण को भी जेल में डाला गया। लेकिन अब इसी सरकार को उनके सामने नतमस्तक होना पड़ रहा है। सुनील ने आगे पूछा कि क्या आपको लगता नहीं कि भाजपा का यह दांव उसी पर भारी पड़ गया। विनाश काले विपरीत बुद्धि। रावण अब भाजपा के लिए एक चुनौती बन गया है।
कांग्रेस ने कहा- दलित के दबाव में चंद्रशेखर को किया रिहा- कांग्रेस ने भी कहा कि भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि दलित समाज के दबाव में चंद्रशेखर को रिहा किया गया है। यूपी कांग्रेस प्रवक्ता सुरेन्द्र राजपूत ने इस मामले में कहा कि जनता के दबाव में यह रिहाई हुई है। अब भाजपा को वोट चाहिए तो वह कहीं न कहीं दबाव महसूस कर रही है। कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि हमारी मांग है कि भारत बंद के दौरान जिन नौजवानों को पकड़ा है सभी को जेल से रिहा किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से चंद्रशेखर ने भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए गठबंधन को समर्थन की बात कही है, उससे यह साफ पता चलता है कि भाजपा चुनाव हार चुकी है।