
Mayawati
लखनऊ. देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई में मचे घमासान ने सभी की ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है, वहीं इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है। बसपा सुप्रीमो मायातवी ने तो इसके लिए सीबीआई के अफसरों को नहीं बल्कि भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की द्वेषपूर्ण, जातिवादी व साम्प्रदायिकता पर आधारित नीतियों ने सीबीआई ही नहीं बल्कि हर उच्च सरकारी, संवैधानिक व स्वायत्त संस्थाओं को भी संकट में डाल दिया है।
मामला सुप्रीम कोर्ट तक अच्छी बात नहीं-
बसपा द्वारा जारी एक एक प्रेस रिलीज में मायावती ने छुट्टी पर भेजे गए सीबीआई निदेशक अलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के बीच मचे घमासान के बाद केंद्र सरकार की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि यह अब पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट के समक्ष है, जो कि अच्छी बात है। ऐसा इसलिए क्योंकि सीबीआई की आन्तरिक कार्यप्रणाली के साथ ही इन मामलों में सेंट्रल विजिलेंस कमीशन की भूमिका पर भी सुप्रीम कोर्ट को गंभीरतापूर्वक विचार करने का मौका मिलेगा। मायावती ने आगे कहा कि सीबीआई पर लोगों का भरोसा दोबारा से कायम हो इसके लिए जरूरी है कि सुप्रीम कोर्ट प्रभावी रूप से इस मामले का संज्ञान ले।
इससे पहले बसपा सुप्रीमो ने कहा कि सीबीआई जैसी प्रीमियर जांच एजेंसी में पूर्व में भी कई तरह के हस्तक्षेप की कारण गलत और अनर्थ होता रहा है, वहीं अब आपसी घमासान के कारण लोगों का सीबीआई से भरोसा भी डगमगा गया है।
Published on:
24 Oct 2018 04:59 pm
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