
बीसी सखी को निशुल्क ड्रेस देगी योगी सरकार, मिलेंगे 50 हजार रुपये भी, बड़ी संख्या में महिलाओं को मिलेगा रोजगार
लखनऊ. ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाओं को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लक्ष्य के साथ ही योगी सरकार महिलाओं के लिए रोजगार के नए अवसर तलाश रही है। इसी संबंध में बिजनेस करस्पांडेंट (बीसी) सखी के रूप में महिलाओं को तैनाती दी जाएगी। इसके लिए उन्हें ऑनलाइन परीक्षा पास करनी होगी और पुलिस सत्यापन के बाद कार्यस्थल पर तैनाती दी जाएगी। पहले चरण में 56,875 अभ्यर्थियों को चिह्नित किया गया है। 15 दिसंबर से इसका प्रशिक्षण शुरू होगा। बीसी सखी को निशुल्क ड्रेस समेत अन्य कई सुविधाएं दी जाएंगी।
पहले चरण में 56,875 आवेदक शॉर्टलिस्ट
विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के अनुसार, बीसी सखी के चयन में स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष, समूह सखी, स्वयं सहायता समूह की सदस्य-पदाधिकारी को वरीयता दी गई। पहले चरण में 56,875 आवेदक शॉर्टलिस्ट किए गए हैं। प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक अभ्यर्थी को शॉर्टलिस्ट किया गया है, जिन्हें पहले प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद सर्टिफिकेशन के लिए आईआईबीएफ द्वारा ऑनलाइन परीक्षा कराई जाएगी। इसके बाद सर्टिफिकेशन प्रक्रिया पूरी होगी। सर्टिफिकेशन के बाद पुलिस वेरिफिकेशन भी कराया जाएगा।
बीसी सखी को मिलेगी निशुल्क ड्रेस मिलेगी
चयनित बीसी सखी को प्रदेश सरकार निशुल्क ड्रेस देगी। ड्रेस डिजाइन करने की जिम्मेदारी निफ्ट रायबरेली को सौंपी गई है। मुख्यमंत्री ने बीसी सखी का ड्रेस भारतीय परंपरा के अनुसार तैयार किए जाने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा बीसी सखी को डेस्कटॉप कंप्यूटर, लैपटॉप, पॉश मशीन, कार्ड रीडर, फिंगर प्रिंट रीडर आदि के लिए 50 हजार रुपये दिए जाएंगे। इनकी खरीद बीसी सखी को करनी होगी। यह पैसा स्वयं सहायता समूह द्वारा ब्याज रहित ऋण के रूप में दिया जाएगा। बीसी सखी को छह माह तक चार हजार रुपये प्रति माह स्टाइपेंड भी मिलेगा।
Published on:
09 Dec 2020 12:09 pm
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