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पत्रिका एक्सक्लूसिव: सर्पदंश से अब नहीं होंगी मौतें, हो रहा असरकारक दवा पर परीक्षण

रसेल वाइपर पर हो चुका है दवा का परीक्षण, अब विषैले सांपो पर हो रहा परीक्षण

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Santoshi Das

Dec 21, 2016

CDRI Snake Anti Snake Medicine

CDRI Snake Anti Snake Medicine

- संतोषी दास

लखनऊ.
देश में सर्पदंश से हर साल हजारों लोगों की मौत हो जाती है। लेकिन, सब कुछ ठीक रहा तो अब सांप के काटने से किसी की मौत नहीं होगी। उप्र के वैज्ञानिकों ने सांप के जहर का उपचार ढूंढ़ लिया है। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में भौतिक विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.उमेश यादव ने ऐसा कम्पाउंड खोजा है जो सांप के जहर को बिल्कुल खत्म कर देगा। फिलहाल,इस कम्पाउंड की लखनऊ स्थित सीडीआरआई में टेस्टिंग चल रही है। इसमें सफलता मिली तो सांप के काटने की दवा जल्द ही बाजार में होगी। गौरतलब है कि अभी तक सांप के काटने पर एंटी स्नेक वेनम का इस्तेमाल किया जाता है।


प्रोफेसर उमेश यादव ने यहां बताया कि उन्होंने दो वर्ष के अथक शोध के बाद सांप के जहर से लडऩे वाला रासायनिक कम्पाउंड तैयार किया है। इस कम्पाउंड का केंद्रीय औषधीय अनुसंधान संस्थान (सीडीआरआई) में परीक्षण चल रहा है। इसमें सफलता मिलते ही इसका पेटेंट करा लिया जाएगा और दवा निर्माता कंपनियों के जरिए इसे बाजार में उतारा जाएगा। डॉ.यादव ने बताया कि यह सांप के जहर के लिए असरकारक दवा होगी।


सर्पदंश से इसलिए मौत


किसी को भी सांप के डसने पर मिचली आती है, उल्टी होने लगती है, ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। जिस जगह पर सांप ने डंसा है वहां सूजन आ जाती है, खून का थक्का बनने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। घबराहट होती है और हार्ट फेल भी होने का खतरा बढ़ जाता है। यह सारे लक्षण सांप के विष में पाए जाने वाले जहर एंजाइम फास्को लिपेस ए-2 के कारण होता है। डॉ. यादव की दवा इन लक्षणों पर काबू पाएगी। उन्होंने दो एक्टिव साइट का पता लगाया है। एक एक्टिव साइट सांप के काटने पर जलन कम करेगा तो दूसरा खून का थक्का बनना रोकेगा।


इस तरह होगा सांप के विष का असर कम


डॉ.यादव ने बताया कि उनकी प्रयोगशाला में चले शोध में पता चला कि पायराजोलो (3,4-डी) पिरीमिडीन नामक रसायन सांप के डसने से होने वाली जलन को कम करके खून का थक्का बनने को रोकने में बहुत कारगार होता है। उन्होंने बताया कि दो पायरोजोलो 3,4-डी पिरीमिडीन को ट्राई मेथिलीन लिंकर से मिलाया गया तो पता चला कि यह कम्पाउंड फास्को लिपेस ए-2(सांप के जहर) की कार्यविधि को रोक देता है। सीडीआरआई में इसका परीक्षण हो रहा है। दो महीने पहले सीडीआरआई को यह कम्पाउंड भेजा है। यदि परीक्षण सफल हुआ तो सांप के जहर को खत्म किया जा सकेेगा।


रसेल वाइपर पर किया प्रयोग


डॉ.उमेश ने बताया कि इस कम्पाउंड का प्रयोग अभी रसेल वाइपर सांप पर किया गया है जो काफी कारगर साबित हुआ है। अब इसका प्रयोग गेहुंअन और करैत सांप पर भी चल रहा है। जो कि काफी विषैले सांप होते हैं।


अभी तक नहीं है सांप के जहर के लिए दवा


डॉ.यादव ने बताया कि परीक्षण सफल होते ही सांप के जहर के लिए असरकारक दवा मिल जाएगी। गौरतलब है कि अभी तक सांप के डसने के जहर को कम करने वाली कोई असरकारक दवा उपलब्ध नहीं है। बस एंटी वेनम से काम चलाया जाता है।

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