
Lucknow Nagar Nigam
लखनऊ. देश भर की आंखें उत्तर प्रदेश में होने वाले इन्वेस्टर्स समिट पर टिकी हैं। इन्वेस्टर समिट में प्रदेश को तीन लाख करोड़ से अधिक निवेश की संभावना है। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 200 विदेशों में सेटल भारतीय सीईओ के साथ बैठक करेंगे। मंशा होगी कि इन लोगों की 'घर वापसी' की जाए। दूसरी ओर सरकार को अपनी पॉलिसियों के सहारे प्रदेश में निवेश की उम्मीद। मेक इन इंडिया, वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट जैसी स्कीम को बढ़ाने के लिए देश विदेश से निवेशकों को बुलाया जा रहा है लेकिन यहां तो ख्वाब स्वदेशी, लाइटें विदेशी हैं। निवेशकों के स्वागत में धड़ल्ले से चाइनीस उत्पादों का इस्तेमाल बखूबी किया जा रहा है।
भारतीय जनता पार्टी लगातार चाइनीस उत्पादों का बहिष्कार कर स्वदेशी अपनाने की पैरवी करती आयी है। दिवाली के अवसर पर चाइनीज झालरों का विरोध किया गया था। उस दौरान जयपुर भाजपा कार्यालय से झालरों को उतारना भी पड़ा था। भाजपा के इस स्वदेशी आंदोलन को पतीला लगा रही है इन दिनों राजधानी की खूबसूरती बढ़ा रही सफेद झालरें।
ये सुंदर झालरें मेड इन चाइना हैं। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि आखिर भारतीय झालरों को नजरअंदाज करते हुए चाइनीज का इस्तेमाल क्यों किया गया। वहीं नगर निगम के अधिकारी की नज़रों में ये सभी झालरें मेक इन इंडिया है।
मार्ग प्रकाश के अभियंता सूर्य विक्रम सिंह ने बताया कि यह लाइट भारतीय ही हैं। इनमें लगा फ्यूज चिनीज है।
महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि जिन झालरों का प्रयोग किया गया है वह मेड इन चाइना है। यदि ऐसा है तो इन्वेस्टर समिट के बाद इस संबंध में संबंधित अधिकारियों से इंक्वायरी की जाएगी।
Photo Credit- Ritesh Singh
Published on:
20 Feb 2018 08:02 pm
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