आपको बतादें कि 24 दिसंबर को अखिलेश यादव ने अपने आवास पर पहली बार चुने हुए विधायकों से मुलाकात की और साथ ही उन्हें पार्टी की ओर से टिकट देने का वायदा भी किया। सूत्रों की माने तो इसके अगले ही दिन मुख्यमंत्री ने पिता मुलायम को अपनी सूची सौंपी है। इसमें 35 से 40 विधायकों के नाम भी अखिलेश की लिस्ट से नदारद हैं। अब अखिलेश का ये कदम एक बार फिर सपा की शीर्ष खेमे में ताल मेल न होना दर्शा रहा है। जहां शिवपाल पहले ही 175 उम्मीदवारों को फाइनल कर चुके हैं वही अखिलेश की नई सूची से खलबली मच चुकी है। अब मुलायम सिंह को एक बार फिर अपने अनुभव और नेतृत्व की परीक्षा देनी पड़ेगी।