
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
लखनऊ.UP विधानसभा चुनावों मे अपनी राजनीतिक रैली के लिए लखनऊ मे आए हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डि़जिटल रूप से मीडिया से बात चीत की. लखनऊ में डिल्ली सरकार की तारिफ करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार पर जम्कर हमला बोला. उन्होने नई दिल्ली और यूपी मे कोरोन प्रबंधन पर सवाल उथाते हुए कहा कि, दिल्ली शहर में कोविड-19 के मामले भले ही बढ़ रहे हों लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि ये मामले कम गंभीर हैं और इनमें लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ रही है। जबकि यूपी में मेडिकल सुविधाओ के नाम पर लोगो की ज़िंदगी से खिलवाड़ होता है.
इलाज कराने वालों की संख्या बढ़ी लेकिन एडमिट होने वाले लोग कम
उन्होंने यह दिखाने के लिए आंकड़े प्रस्तुत किए कि मामलों में वृद्धि के बावजूद, अस्पतालों में बिस्तर की जरूरत एक प्रतिशत से भी कम है और पिछले साल अप्रैल में आई कोरोना वायरस की घातक दूसरी लहर की तुलना में बहुत कम है।
दिल्ली में बदने वाले कोरोना के मामले साधारण
केजरीवाल ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, वर्तमान में जिनका इलाज चल रहा है। ऐसे मामलों की संख्या 29 दिसंबर, 2021 को करीब 2,000 रहने के बाद एक जनवरी को करीब 6,000 हो गई, लेकिन अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या इस दौरान घटी। 29 दिसंबर, 2021 को 262 बिस्तरों पर लोग भर्ती थे लेकिन एक जनवरी को यह संख्या महज 247 थी।”
उन्होंने कहा कि पिछले साल 27 मार्च को दिल्ली में 6,600 उपचाराधीन मामले थे और 1,150 ऑक्सीजन बिस्तर भरे हुए थे। उन्होंने कहा कि उस वक्त 145 मरीज वेंटिलेटर पर थे, और अब बस पांच हैं।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा, "वर्तमान में, शहर में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 6,360 है और आज (रविवार) 3,100 नए मामले सामने आ सकते हैं। सभी मामले हल्के हैं और उनमें से ज्यादातर रोगियों को अस्पताल में भर्ती कराने की आवश्यकता नहीं है।’’
Updated on:
02 Jan 2022 05:00 pm
Published on:
02 Jan 2022 04:59 pm
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