
अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल का विधानसभा में प्रदर्शन, सरकार पर गंभीर सवाल
Pallavi Patel Protest: प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और अपना दल (सोनेलाल) के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल पर गंभीर आरोप लगे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्राविधिक शिक्षा विभाग में विभागाध्यक्षों (HODs) के पदों पर सीधी भर्ती के बजाय भ्रष्टाचार करके प्रमोशन के माध्यम से पद भरे गए हैं। इस मामले को लेकर सपा की बागी विधायक और अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल ने सोमवार को विधानसभा परिसर स्थित चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष धरना दिया।
धरने के दौरान पल्लवी पटेल ने कहा कि "प्राविधिक शिक्षा विभाग में भारी भ्रष्टाचार हुआ है और लगभग 250 से ज्यादा पद गैरकानूनी तरीके से भरे गए हैं।" उन्होंने सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि जब तक निष्पक्ष जांच नहीं होती, तब तक वह पीछे नहीं हटेंगी।
कैबिनेट मंत्री का जवाब
मंत्री आशीष पटेल ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे "राजनीतिक हत्या की साजिश" करार दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यदि आवश्यक समझें तो सीबीआई जांच करवा सकते हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि "प्रधानमंत्री मोदी का यदि आदेश होता है, तो मैं बिना एक सेकेंड की देरी के मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा।"
धरना स्थल पर पहुंचे संसदीय कार्य मंत्री और विधानसभा सचिव
धरना देर शाम तक चलता रहा। मामला तूल पकड़ने के बाद विधानसभा सचिव प्रदीप दुबे और संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना धरनास्थल पर पहुंचे और पल्लवी पटेल को समझा-बुझाकर धरना समाप्त कराया। संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने पल्लवी पटेल को आश्वासन दिया कि मामले की जांच निष्पक्ष तरीके से कराई जाएगी और यदि भ्रष्टाचार के आरोप सही पाए जाते हैं, तो उचित कार्रवाई होगी।

मीडिया रिपोर्ट और सोशल मीडिया पर बवाल
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि लोक सेवा आयोग के माध्यम से सीधी भर्ती की प्रक्रिया को दरकिनार कर करीब 200 से अधिक पदों को सीधे प्रमोशन के जरिए भर दिया गया। इस खुलासे के बाद से प्राविधिक शिक्षा विभाग में हुई भर्तियों के दस्तावेजों की चर्चा सोशल मीडिया पर तेज हो गई। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे यूट्यूब, ट्विटर और फेसबुक पर #आशीष_पटेल ट्रेंड करने लगे। मंत्री पर लगे आरोपों के बाद राज्य सरकार की छवि पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
पल्लवी पटेल का बयान
धरना स्थल पर पल्लवी पटेल ने कहा:"यह भ्रष्टाचार का खेल कब तक चलेगा? प्राविधिक शिक्षा विभाग में लगभग 250 पदों को गलत तरीके से भरकर योग्य उम्मीदवारों के अधिकारों को छीना गया है। सरकार को शर्म आनी चाहिए और तत्काल सीबीआई जांच शुरू करनी चाहिए।" उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो वह इस मुद्दे को लेकर जन आंदोलन खड़ा करेंगी।
मामले का राजनीतिक प्रभाव
इस पूरे प्रकरण ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। जहां एक ओर विपक्षी दल इसे "भ्रष्टाचार का जीता-जागता उदाहरण" बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सरकार इस मामले को साजिश करार दे रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस मुद्दे का असर आगामी चुनावों में देखने को मिल सकता है।
अपडेट
MLA पल्लवी पटेल ने देर शाम धरना समाप्त किया।
संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने धरना समाप्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सरकार ने कहा कि मामले की जांच पर विचार किया जाएगा।
यह मामला सिर्फ एक विभागीय भर्ती तक सीमित नहीं है, बल्कि इसने सरकार की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। पल्लवी पटेल का धरना इस बात का संकेत है कि विपक्ष इस मुद्दे को ज़मीन पर लेकर जाएगा। अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार इन आरोपों पर क्या कदम उठाती है।
Updated on:
17 Dec 2024 07:44 am
Published on:
17 Dec 2024 07:43 am
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