ट्रायल शुक्रवार को हुआ और सोमवार को आलमबाग से चारबाग तक। इस दौरान गैंग पुलिंग और इमरजेंसी ब्रेकिंग का निरक्षण किया गया। साथ ही इस व्यवस्था को भी देखा गया कि अगर ट्रैक पर मेट्रो खराब हो जाती
है या कोई अन्य हादसा हो जाता है तो मेट्रो ट्रैक से कैसे हटाई जाएगी।
मेट्रो ट्रैक के निरक्षण के अलावा स्टेशनों पर टोकन काउंटर, सिक्योरिटी सिस्टम, दिव्यांगों के लिए विशेष व्यवस्था आदि सुविधाओं का
मुआयना किया। हरी झंडी देने के लिए हो रहा परिक्षण 1 दिन अतिरक्त होगा। केंद्र से आए अधिकारी कल लाइन पर लखनऊ
मेट्रो का रन देखेंगे। इसमें ट्रांसपोर्ट नगर से लेकर चारबाग तक मेट्रो
दौड़ेगी और इमरजेंसी ब्रेकिंग टेस्ट की जाएगी।
इसके बाद यह टीम केंद्र सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। पॉजिटिव होने के बाद लखनऊ मेट्रो को हरी झंडी मिल सकती है। अगर सब कुछ सही
रहा तो अगस्त या सितंबर की शुरुआत तक लखनऊ वासी इसमें सफर कर सकेंगे।