बुंदेलखंड में किसानों की आवाज उठाने वाले किसान नेता शिवनारायण परिहार का कहना है कि यहां मूंग, मूंगफली, तिल और उड़द की फसलें प्रमुखता से बोई जाती हैं। पिछले कई दिनों से बारिश न होने के चलते इन फसलों में 60 फीसदी से अधिक का नुकसान हो चुका है। अगर एक हफ्ते पानी नहीं गिरा तो पूरी फसल चौपट हो जाएगी। सूखे की भयावह स्थिति को देखते हुए बड़ी संख्या में बुंदेलखंड के किसानों ने झांसी जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के नाम ज्ञापान सौंपा था।
लखनऊ स्थित मेट्रोलॉजिकल सेंटर (Meteorological Centre,Lucknow) ने उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बारिश की चेतावनी दी है। विभाग का पूर्वानुमान है कि गोंडा, बस्ती, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, हरदोई, मिर्जापुर, संत रविदास नगर, सोनभद्र, लखनऊ और फतेहपुर में बारिश मंगलवार और बुधवार को बारिश हो सकती है।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने कहा कि ऐसा नहीं है कि मानसून पूर्व कम बारिश से सूखे की स्थिति उत्पन्न होगी। सरकार स्थिति पर पूरी निगरानी रखे है और किसी भी परिस्थिति से निपटने को तैयार है। उन्होंने कहा कि अभी तक किसी भी राज्य सरकार ने सूखे के लिए आर्थिक मदद के लिए कोई ज्ञापन नहीं दिया है।