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Electricity Bill: बिजली का बिल भरिए मोबाइल से मीटर रीडिंग से पेमेंट तक सब कुछ अब सिर्फ एक क्लिक में

Electricity Bills and Upload Meter Reading: बिजली उपभोक्ताओं के लिए अब मीटर रीडिंग से लेकर बिल भुगतान तक की प्रक्रिया मोबाइल ऐप पर उपलब्ध हो गई है। यह डिजिटल व्यवस्था पारदर्शी, तेज़ और सुरक्षित सेवा प्रदान करती है। उपभोक्ता अब घर बैठे मीटर की फोटो अपलोड कर सकते हैं और तत्काल बिल देख व भुगतान कर सकते हैं।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Jul 09, 2025

मोबाइल ऐप के ज़रिए बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत फोटो सोर्स :Patrika

मोबाइल ऐप के ज़रिए बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत फोटो सोर्स :Patrika

Electricity Bill Smart Billing: देशभर में डिजिटल इंडिया अभियान के तहत अब बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक और बड़ी सुविधा शुरू हो गई है। अब उपभोक्ताओं को मीटर रीडिंग से लेकर बिजली बिल के भुगतान तक की प्रक्रिया मोबाइल ऐप के माध्यम से उपलब्ध होगी। यह सुविधा उपभोक्ताओं के समय, ऊर्जा और कागजी कार्यवाही को घटाने के साथ-साथ पारदर्शिता और सटीकता को भी बढ़ावा देगी। बिजली विभाग द्वारा शुरू की गई इस सेवा का उद्देश्य उपभोक्ता अनुभव को आसान और सुलभ बनाना है। इस डिजिटल बदलाव का सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि उपभोक्ता अब बिना लाइन में लगे, ऑफिस गए या एजेंट पर निर्भर हुए सीधे अपने मोबाइल से सभी सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।

डिजिटल प्लेटफॉर्म की मुख्य सुविधाएं

नए डिजिटल प्लेटफॉर्म या मोबाइल ऐप में उपभोक्ताओं को निम्नलिखित सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं:

1. स्वचालित मीटर रीडिंग अपलोड
उपभोक्ता अपने स्मार्टफोन से मीटर की फोटो लेकर ऐप पर अपलोड कर सकते हैं। ऐप फोटो से यूनिट की रीडिंग अपने-आप पढ़ लेगा और वही आधार बनेगा बिल जनरेशन के लिए।

2. तुरंत बिल जनरेशन
फोटो सबमिट करते ही ऐप उपभोक्ता के लिए स्वतः बिल जनरेट करेगा, जिसे वे तुरंत देख और डाउनलोड कर सकेंगे।

3. ऑनलाइन बिल पेमेंट
एक क्लिक पर उपभोक्ता नेट बैंकिंग, यूपीआई, क्रेडिट/डेबिट कार्ड या वॉलेट से बिल का भुगतान कर सकते हैं। भुगतान का डिजिटल रसीद भी तत्काल उपलब्ध होगी।

4. बिलिंग हिस्ट्री व एनालिटिक्स
यूजर को पिछले 12 महीनों के बिल, यूनिट खपत का ग्राफ और औसत मासिक खपत की जानकारी ऐप में मिलती रहेगी।

5. शिकायत निवारण
अगर मीटर रीडिंग या बिलिंग को लेकर कोई शिकायत है, तो ऐप से ही टिकट जनरेट कर शिकायत दर्ज की जा सकती है। ट्रैकिंग भी ऐप से होगी।

ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में होगा लागू

बिजली विभाग ने घोषणा की है कि यह सुविधा शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी समान रूप से लागू की जाएगी। इसके लिए उपभोक्ताओं को डिजिटल साक्षर बनाने के उद्देश्य से पंचायत स्तर पर जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। विशेष ट्रेनिंग कैंप भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें लोगों को बताया जाएगा कि मोबाइल ऐप का उपयोग कैसे किया जाए।

पारदर्शिता और समय बचत

बिजली विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार“इस डिजिटल प्लेटफॉर्म का उद्देश्य है कि उपभोक्ताओं को किसी लाइनमैन या बिलिंग एजेंट पर निर्भर न रहना पड़े। वे खुद अपने बिल को ट्रैक करें और पारदर्शी ढंग से भुगतान करें।” यह कदम फर्जी रीडिंग, मनमाने बिल और भ्रष्टाचार को रोकने में मदद करेगा। सरकार का मानना है कि डिजिटल टेक्नोलॉजी से न केवल प्रक्रिया तेज होगी, बल्कि उपभोक्ताओं को सेवाओं में विश्वास भी बढ़ेगा।

ऐसे करें ऐप का इस्तेमाल – एक सरल प्रक्रिया

  • मोबाइल ऐप डाउनलोड करें – बिजली विभाग की आधिकारिक वेबसाइट या गूगल प्ले स्टोर/एप स्टोर से ऐप डाउनलोड करें।
  • पंजीकरण करें – उपभोक्ता संख्या और मोबाइल नंबर से रजिस्ट्रेशन करें।
  • मीटर की फोटो लें – मीटर की स्पष्ट फोटो ऐप में अपलोड करें।
  • बिल देखें और भुगतान करें – फोटो के आधार पर बिल बन जाएगा, जिसे देख सकते हैं और वहीं से पेमेंट कर सकते हैं।

फायदे एक नजर में

  • लंबी लाइनों से छुटकारा
  •  रियल टाइम बिलिंग और रीडिंग
  • भ्रष्टाचार पर रोक
  • पारदर्शी और सटीक बिलिंग
  • रसीद और रिकॉर्ड मोबाइल पर
  • बिल हिस्ट्री और एनालिसिस
  •  शिकायतों का आसान समाधान

चिंताएं और सुझाव

हालांकि यह पहल सराहनीय है, लेकिन कुछ विशेषज्ञों ने यह भी सुझाव दिया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क कनेक्टिविटी एक बड़ी चुनौती है। सभी उपभोक्ता स्मार्टफोन यूजर नहीं हैं। बुजुर्ग या तकनीकी रूप से अनभिज्ञ लोगों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की भी जरूरत है। सरकार ने इन चिंताओं को ध्यान में रखते हुए हेल्पलाइन नंबर, टोल फ्री कस्टमर केयर और लोकल सेवा केंद्रों से सहायता का प्रावधान भी किया है। मोबाइल ऐप आधारित बिजली सेवा एक और संकेत है कि भारत डिजिटल युग में तेज़ी से कदम रख रहा है। यह पहल न केवल सेवा में सुधार लाएगी, बल्कि एक बड़े स्तर पर प्रशासनिक दक्षता और पारदर्शिता को बढ़ाएगी।