6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

HMPV वायरस के बाद सामने आया एक और फ्लू, NHM ने जारी की चेतावनी

Viral Disease: HMPV की भारत में दस्तक के बीच एक और फ्लू का खतरा मंडरा रहा है। इसको लेकर NHM UP ने सचेत रहने की सलाह दी है।

2 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Sanjana Singh

Jan 07, 2025

HMPV

Viral Disease: चीन के बाद ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) ने भारत में भी दस्तक दे दी है। देशभर में पांच बच्चे संक्रमित मिले हैं। कर्नाटक में 2, गुजरात में 1 और तमिलनाडु दो संक्रमित बच्चों का इलाज चल रहा है। इसी बीच, NHM ने एक और प्लू को लेकर चेतावनी जारी की है।

NHM UP ने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, “नेत्र फ्लू के लक्षणों को पहचानें और सावधानी बरतें। अगर आपकी आंखों में लालिमा, दर्द, मवाद या खुजली हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। स्वस्थ आंखों के लिए सतर्क रहें।” आइए जानते हैं कि नेत्र फ्लू क्या है…

क्या है नेत्र फ्लू?( Eye Flu/Conjunctivitis)

नेत्र फ्लू को आम तौर पर ‘आंखों का फ्लू’ या ‘कंजंक्टिवाइटिस’ कहा जाता है। एक संक्रामक बीमारी है जो आंखों की बाहरी झिल्ली (कंजक्टिवा) में संक्रमण के कारण होती है। यह रोग आमतौर पर बैक्टीरिया, वायरस, एलर्जी या किसी बाहरी रसायन के संपर्क में आने के कारण होता है। आपको बता दें कि यह फ्लू बच्चों और बूढ़ों में ज्यादा फैलता है।

क्या हैं नेत्र फ्लू के लक्षण?

  • आंखों के सफेद भाग का गुलाबी अथवा लाल हो जाना
  • आंखों में दर्द के साथ-साथ (मवाद आना)
  • आंखों की पलकों अथवा भौंहों के ऊपर पपड़ी का बनना
  • पलकों के किनारों में सूजन
  • आंखों में खुजली व रुक-रुक कर सिरदर्द होना
  • आंखों की पलकों का चिपकना
  • आंखों में रेत या किरकिरापन होने का अहसास
  • आंखों में जलन या जलन की अनुभूति

यह भी पढ़ें: कोरोना से भी खतरनाक वायरस का मिला भारत में पहला केस, महाकुंभ पर मंडराया खतरा!

नेत्र फ्लू से कैसे बचें?

  • जितना संभव हो सके अपनी आंखों को छूने से बचें।
  • नियमित रूप से हाथ धोएं और स्वच्छता बनाए रखें।
  • आंखों का मेकअप लगाने और दूसरे लोगों से शेयर करने से बचें।
  • तकिए और तौलिये जैसी अन्य व्यक्तिगत वस्तुएं साझा न करें।
  • छींकते और खांसते समय आंखों से निकलने वाले स्राव को फैलने से रोकने के लिए टिश्यू का उपयोग करें।
  • अपने तकिए के कवर को जितनी बार संभव हो धोएं।