राज्य मे खुलेगा देश का पहला थ्री डी तकनीक वाला वर्चुअल एग्जीबिशन मॉल, इस तरह से होगा काम
उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) राज्य में देश का पहला वर्चुअल एग्जीबिशन मॉल खोलने की तैयारी कर रही है। यह मॉल कोरोना के कारण बाजार औैर कारोबारी गतिविधियों में आए रुकावट और नकारात्मक प्रभाव को कवर करने में मदद करेगा।
राज्य मे खुलेगा देश का पहला थ्री डी तकनीक वाला वर्चुअल एग्जीबिशन मॉल, इस तरह से होगा काम
लखनऊ. उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) राज्य में देश का पहला वर्चुअल एग्जीबिशन मॉल खोलने की तैयारी कर रही है। यह मॉल कोरोना के कारण बाजार औैर कारोबारी गतिविधियों में आए रुकावट और नकारात्मक प्रभाव को कवर करने में मदद करेगा। मॉल का ऑनलाइन कारोबार ऐसा होगा कि यहां क्रेता-विक्रेता अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी समय उत्पादों की खरीद कर सकेंगे। साथ ही अपने प्रॉडक्ट्स को बेच भी सकेंगे। यह एग्जीबिशन मात्र कोरोना से आई बाजारी गतिविधियों के रुकावट को ही दूर नहीं करेगा बल्कि प्रदर्शनी में ओडीओपी, एमएसएमई, खादी ग्रामोद्योग और राज्य के अन्य लोकप्रिय हस्तशिल्प व उत्पाद बिक्री के लिए प्रदर्शित किए जा सकेंगे। यह मॉल थ्री डी तकनीक का होगा। प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी ग्रामोद्योग व निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने इस मामले में कहा है कि प्लेटफॉर्म पर एख बार में कम से कम 500 स्टॉल प्रदर्शित किए जा सकेंगे।
थ्री डी तकनीक का होगा मॉल वर्चुअल एग्जीबिशन के माध्यम से खरीदार व बेचने वाला व्यक्ति आसानी से संवाद कर सकेगा। इस तरह से विदेशी खरीदार भी आसानी से शॉपिंग कर सकेंगे। विदेशी खरीदार आसानी से मॉल के माध्यम से अपने पसंद के उत्पाद का आर्डर कर सकेंगे। एमएसएमई व खादी ग्रामोद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. नवनीत सहगल के मुताबिक वर्चुअल एग्जीविशन मॉल को थ्रीडी तकनीकी का होगा। प्रदर्शनी में लगने वाले स्टॉलों पर प्रदर्शित किए जाने वाले उत्पाद गुणवत्ता के अनुसार ही प्रदर्शित किए जाएंगे इस प्लेटफॉर्म से उत्पादों की खरीद व बिक्री के साथ ही अन्य कारोबारी गतिविधियां भी समय-समय पर होंगी।
चक्रिय व्यवस्था होगी लागू मॉल में स्टॉलों के आवंटन में चक्रिय व्यवस्था लागू की जाएगी। यानी कि स्टॉलों का आवंटन शिल्पकार, कारीगर, उत्पादक या निर्यातक को एक तय समय सीमा के लिए किया जाएगा। इनकी अवधि समाप्त होने पर दूसरों को मौका दिया जाएगा।