
भविष्य निधि में भ्रष्टाचार: पूर्व एमडी एपी मिश्रा की पेशी, सरकार ने बड़े वकीलों को लगाया
पत्रिका लाइव
लखनऊ. पावर कारपोरेशन (Uttar Pradesh Power Corporation) में 26 अरब के पीएफ घोटाले (UP PF Scam) में गिरफ्तार पूर्व एमडी अयोध्या प्रसाद उर्फ एपी मिश्रा को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया। ईओडब्ल्यू की टीम कोर्ट से पुलिस रिमांड की मांग की जिसपर एपी मिश्रा, सुधाशुं द्विवेदी और पीके गुप्ता को तीन दिन के लिये रिमांड पर ले लिया गया। अब इन तीनों से पीओडब्लयू तीन दिनों तक गहन पूछताछ करेगी। अपना पक्ष रखने के लिए सरकार ने बड़े वकीलों को लगाया है। इस बीच ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा (Srikant Sharma) ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मामले की उच्च स्तरीय जांच का अनुरोध किया है। माना जा रहा है मामले में कई अन्य अफसरों की भी गिरफ्तारी हो सकती है।
आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा यानी ईओडब्ल्यू की टीम ने बुधवार को एपी मिश्रा को सीजीएम कोर्ट में पेश किया। इससे पहले सिविल अस्पताल में उनका मेडिकल कराया गया। घोटाले के सबूत इकट्ठा करने के लिए एपी मिश्रा के साथ ईओडब्ल्यू की छापेमारी जारी है। कोर्ट में बेहतर पैरवी के लिए सरकार की तरफ से बड़े वकीलों को लगाया गया है। एपी मिश्रा की कोर्ट में पेशी के साथ गिरफ्तार पीके गुप्ता और सुधांशु द्विवेदी की पुलिस कस्टडी रिमांड मांगी जाएगी। इस महाघोटाले में पॉवर कॉर्पोरेशन (UPPCL) के पूर्व निदेशक (वित्त) सुधांशु द्विवेदी और इम्पलाइज ट्रस्ट के तत्कालीन सचिव प्रवीण कुमार गुप्ता को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया गया था।
कई अन्य अधिकारियों पर गिर सकती है गाज
यूपीपीसीएल फंड घोटाले (UPPCL PF Scam) में पूर्व एमडी एपी मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद कई और अन्य अफसरों पर जांच की आंच पहुंच सकती है। इस संबंध में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। इस पूरे प्रकरण में उच्च अधिकारियों की भूमिका को लेकर नाराजगी जताई गयी है। मंत्री ने अधिकारियों की जवाबदेही तय करने व उच्चस्तरीय जांच करने का अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री इस मामले में सरकार की फजीहत से नाराज है।
इन अफसरों पर नजर
पॉवर कॉरपोरेशन (UPPCL) की एमडी अपर्णा यू के ट्रांसफर के बाद प्रमुख सचिव ऊर्जा व यूपीपीसीएल के चेयरमैन आलोक कुमार को भी हटाया जा सकता है। आलोक कुमार आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं। इस बीच सरकार ने एम देवराज को पावर कारपोरेशन का एमडी बनाया है।
पुलिस की लापरवाही उजागर
इस महाघोटाले में लखनऊ पुलिस की भी बड़ी लापरवाही सामने आई है। लखनऊ पुलिस को सितंबर महीने में ही पूरे घोटाले की भनक लग गई थी। पीएफ घोटाले (PF Scam) में गिरफ्तार हुए सचिव पीके गुप्ता से 6 करोड़ की रंगदारी मांगी जा रही थी। पीके गुप्ता की पत्नी ने 5 सितंबर को हजरतगंज कोतवाली में रंगदारी मांगे जाने का मुकदमा दर्ज कराया था। हजरतगंज पुलिस एक महीने तक गोपनीय जांच करती रही। गोपनीय जांच में बड़े घोटाले की भनक लगी तो जांच अलीगंज ट्रांसफर कर दी गई।
अब तक इनको जेल
सुधांशु द्विवेदी-यूपी पावर कारपोरेशन लिमिटेड के वित्त निदेशक सुधांशु द्विवेदी को शनिवार को गिरफ्तार किया था।
पीके गुप्ता- उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के कर्मचारियों के लिए गठित पावर कारपोरेशन भविष्य निधि ट्रस्ट के सचिव पीके गुप्ता को शनिवार को ही गिरफ्तार कर लिया गया। इन्हें जेल भेजा जा चुका है।
एपी मिश्रा- यूपी पावर कारपोरेशन लिमिटेड के पूर्व एमडी रह चुके अयोध्या प्रसाद मिश्रा उर्फ एपी मिश्रा को भी आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा ने मंगलवार को सुबह गिरफ्तार किया। इन्हें अखिलेश सरकार में रिटायरमेंट के बाद भी सेवा विस्तार मिला था।
Updated on:
06 Nov 2019 02:58 pm
Published on:
06 Nov 2019 01:44 pm
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