टैक्स के पैसों से होता है सरकारी बंगलों का रख रखाव
राज्यपाल द्वारा सरकारी बंगले को लेकर योगी सरकार को लिखे गए सिफारिशी पत्र के बाद अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इसके साथ ही इस मुद्दे पर प्रदेश में राजनीति एक बार फिर गरमा सकती है। राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि आम लोगों से वसूले गए टैक्स के पैसों से ही सरकारी बंगलों का रख रखाव किया जाता है और बंगला खाली करने से पहले की गई तोड़फोड़ बहुत ही गंभीर है, ऐसे में इस पर विधिवत रूप से कार्रवाई होनी चाहिए।
राज्य संपत्ति विभाग सरकार को सौंप सकता है रिपोर्ट
अखिलेश यादव के सरकारी बंगले में हुई तोड़फोड़ को लेकर राज्यपाल की ओर से कार्रवाई के लिए लिखे गए खत के बाद अब राज्य संपत्ति विभाग द्वारा सरकारी बंगले में हुई तोड़फोड़ के मामले पर बुधवार को रिपोर्ट सरकार को सौंपी जा सकती है। योगी सरकार को खत लिखने से पहले मंगलवार को राज्यपाल रान नाईक ने राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारियों को बुलाकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बंगले में हुई तोड़फोड़ की पूरी जानकारी प्राप्त की थी।
सरकारी बंगले में तोड़ फोड़ से राज्यपाल नाराज
सरकारी बंगले में की गई तोड़ फोड़ से राज्यपाल बहुत नाराज हुए है। इस पर राज्यपाल ने उन सभी मकानों के बारें में रिपोर्ट मांगी जिनको पांच पूर्व मुख्यमंत्रियों ने इसी दो जून को खाली किया था। अखिलेश यादव के घर में हुई तोड़ फोड़ से नाराज राज्यपाल ने अधिकारियों से जब इस बारे में पूछा तो बताया गया कि जब ये सब हो रहा था, आप लोग क्या कर रहे थे? अधिकारियों ने उन्हें बताया कि पूरे घर की वीडियो ग्राफी कराई जा रही है। अखिलेश यादव के घर में कौन-कौन से सरकारी सामान लगे थे? और क्या-क्या निकाल लिए गए हैं इसकी एक लिस्ट तैयार हो रही है।