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Heavy Rain In UP: 30 जिलों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी, विंध्य और बुंदेलखंड में ऑरेंज अलर्ट

Heavy Rain Alert in 30 UP Districts:   उत्तर प्रदेश के 30 जिलों में आज भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। विशेष रूप से विंध्य और बुंदेलखंड क्षेत्रों में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। मौसम विभाग ने गरज-चमक, तेज़ बौछारों और बिजली गिरने की आशंका जताई है। नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Jul 17, 2025

Thunderstorm Alert फोटो सोर्स : Patrika

Thunderstorm Alert फोटो सोर्स : Patrika

Heavy Rain In UP Alert: उत्तर प्रदेश में मानसूनी बारिश ने अब रफ्तार पकड़ ली है। प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों में बीते कुछ दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश अब तेज़ रूप लेती जा रही है। मौसम विभाग ने गुरुवार, 17 जुलाई 2025 के लिए प्रदेश के 30 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विशेष रूप से विंध्य और बुंदेलखंड क्षेत्र के 11 जिलों में ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है, जिसका अर्थ है कि इन इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है जिससे जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है।

ऑरेंज अलर्ट का क्या मतलब होता है

मौसम विभाग जब किसी क्षेत्र में "ऑरेंज अलर्ट" जारी करता है, तो इसका आशय होता है कि वहां मौसम की स्थिति गंभीर हो सकती है, और प्रशासन को सतर्कता बरतने की ज़रूरत है। भारी बारिश, जलभराव, पेड़ों का गिरना, बिजली गिरने जैसी घटनाएं हो सकती हैं। नागरिकों को गैर-जरूरी यात्रा से बचने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी जाती है।

इन जिलों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी (ऑरेंज अलर्ट जारी)

  • बांदा
  • चित्रकूट
  • कौशांबी
  • प्रयागराज
  • फतेहपुर
  • सोनभद्र
  • मिर्जापुर
  • हमीरपुर
  • महोबा
  • झांसी
  • ललितपुर

इन क्षेत्रों में कई जगहों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। पहाड़ी या ढलवां इलाकों में भूस्खलन की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता। प्रशासन को पहले से तैयार रहने और राहत दलों को अलर्ट मोड पर रखने के निर्देश दिए गए हैं।

जहां बारिश के आसार हैं (Heavy Rain Expected)

इन 19 जिलों में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। यद्यपि यहां ‘ऑरेंज’ नहीं बल्कि ‘येलो अलर्ट’ जैसी स्थिति मानी जा रही है।

  • प्रतापगढ़
  • चंदौली
  • वाराणसी
  • भदोही
  • जौनपुर
  • कानपुर देहात
  • कानपुर नगर
  • रायबरेली
  • अमेठी
  • सहारनपुर
  • शामली
  • मुजफ्फरनगर
  • बिजनौर
  • अमरोहा
  • मुरादाबाद
  • रामपुर
  • बरेली
  • पीलीभीत
  • जालौन

बिजली गिरने और तेज हवाओं का भी खतरा

मौसम विभाग के अनुसार 58 जिलों में गरज चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना है। अतः खुले क्षेत्रों, खेतों, ऊंची इमारतों के पास, मोबाइल टावर या बिजली के खंभों के नीचे खड़े रहने से बचना चाहिए। किसान, मजदूर, और ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।

मौसम वैज्ञानिक की चेतावनी

आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि “विंध्य और बुंदेलखंड क्षेत्र में मानसूनी दबाव तेज हुआ है, जिसके कारण इन क्षेत्रों में 17 और 18 जुलाई को भारी बारिश की संभावना है। साथ ही दक्षिणी यूपी के अन्य हिस्सों में भी मौसम सक्रिय रहेगा। गरज-चमक के साथ तेज़ बौछारें पड़ सकती हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि यह बारिश खेती के लिए तो फायदेमंद है, लेकिन यदि लगातार होती रही, तो निचले इलाकों में जलभराव और ट्रैफिक व्यवस्था पर असर पड़ सकता है।

राजधानी लखनऊ में भी बारिश के आसार

लखनऊ में बुधवार को बादलों की आवाजाही बनी रही। दोपहर बाद हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई, जिससे उमस भरी गर्मी से थोड़ी राहत मिली। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को राजधानी में भी अच्छी बारिश की संभावना है। इससे तापमान में और गिरावट आएगी।

  • बुधवार का अधिकतम तापमान: 34.4°C (1 डिग्री की गिरावट)
  • रात्रि का न्यूनतम तापमान: 24.6°C (0.5 डिग्री की गिरावट)

यह मौसम का मिज़ाज दर्शाता है कि मानसूनी सक्रियता अब ज़ोर पकड़ रही है और आगामी दिनों में वर्षा की आवृत्ति बढ़ सकती है।

संभावित प्रभाव और प्रशासन की तैयारियां

  • स्कूलों और कॉलेजों में विशेष अलर्ट जारी किया गया है।
  • जलभराव से प्रभावित इलाकों की सूची तैयार की जा रही है।
  • नगर निगम, नगर पंचायत और जिला प्रशासन को नालों की सफाई, पंपिंग स्टेशन चालू रखने, राहत कार्यों की तैयारी रखने को कहा गया है।
  • बिजली विभाग को भी अलर्ट किया गया है ताकि बारिश के दौरान फाल्ट और शॉर्ट सर्किट की स्थिति से बचा जा सके।

जनता के लिए एहतियात बरतने की अपील

  • तेज बारिश और बिजली गिरने की स्थिति में घर के अंदर ही रहें।
  • खुले मैदान, पेड़ों के नीचे, तालाबों या नदियों के किनारे जाने से बचें।
  • वाहन चलाते समय सतर्क रहें, भरे हुए नालों या जलभराव से गुजरने से बचें।
  • बिजली उपकरणों का उपयोग सावधानी से करें।
  • मोबाइल या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को चार्ज पर लगाकर न छोड़ें।

कृषि पर प्रभाव

बारिश से खरीफ फसलों को निश्चित रूप से लाभ होगा। धान, उड़द, मूंग और अरहर जैसी फसलें इस समय पानी की मांग रखती हैं। लेकिन यदि जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई, तो फसलों की जड़ सड़ने का खतरा भी बढ़ सकता है। कृषि विभाग किसानों को सलाह दे रहा है कि वे जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करें।