
Heavy Rain Alert (IANS)
Weather Alert: Torrential Rain: उत्तर प्रदेश एक बार फिर मानसून की तेज रफ्तार की चपेट में आने जा रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में मूसलाधार बारिश को लेकर चेतावनी जारी की है। अगले 48 घंटे प्रदेश के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश के साथ आंधी-तूफान और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है। खास तौर पर बुंदेलखंड और पूर्वांचल के इलाकों में बारिश का प्रभाव अधिक होने की आशंका है।
मौसम विभाग ने कहा है कि 12 और 13 जुलाई को राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश के साथ गरज-चमक और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ज़िलों जैसे सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर और बागपत, और पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी, मिर्जापुर, प्रयागराज, सोनभद्र, लखनऊ, रायबरेली सहित कई जिलों में भारी जलवृष्टि के आसार हैं।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले दो दिनों में खासकर बुंदेलखंड के बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर, कौशांबी, महोबा, हमीरपुर, झांसी, ललितपुर जैसे ज़िलों में मूसलाधार बारिश हो सकती है। वहीं कानपुर नगर और कानपुर देहात में भी भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार की तेज बारिश के दौरान बिजली गिरने की घटनाओं में इजाफा होता है। ऐसे में लोगों को सलाह दी गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और बिजली गिरने के समय खुले स्थानों, पेड़ों के नीचे या ऊंची इमारतों के पास खड़े न हों। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे मौसम विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और आवश्यकता पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें। भारी बारिश की वजह से जलभराव, सड़क दुर्घटनाएं और बिजली की आपूर्ति में बाधा आने की भी आशंका जताई गई है।
लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज और वाराणसी जैसे बड़े शहरों में प्रशासन ने स्थिति पर नजर बनाए रखी है। यदि बारिश का दौर इसी तरह जारी रहा, तो स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद रखने और ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने के निर्देश जारी किए जा सकते हैं। नगर निगम और जल निगम के अधिकारियों को जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए पंपिंग स्टेशन और जल निकासी प्रणाली को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।
तेज बारिश का असर खेती पर भी पड़ेगा। धान की रोपाई के लिए यह बारिश तो अनुकूल है, लेकिन अगर जलभराव अधिक समय तक रहता है तो फसलों को नुकसान भी हो सकता है। किसानों से अपील की गई है कि वे खेतों की निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करें। वहीं, यात्रा करने वाले लोगों को भी सावधान रहने की जरूरत है। सड़क परिवहन और रेलवे सेवा पर असर पड़ सकता है। विशेष रूप से राज्य के ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में आने-जाने में बाधा हो सकती है।
चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर (भदोही), जौनपुर, फर्रुखाबाद, हरदोई, प्रयागराज, लखनऊ, रायबरेली, सुल्तानपुर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत
क्या करें:
मौसम विभाग के अपडेट नियमित रूप से चेक करें।
घर में रहें और जब तक जरूरी न हो, बाहर न निकलें।
मोबाइल, रेडियो और टीवी से जानकारी लेते रहें।
बिजली गिरने के समय बिजली के उपकरणों से दूर रहें।
क्या न करें:
प्रशासन पूरी तैयारी में, लोगों से सहयोग की अपील
राज्य सरकार और जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में हैं। संबंधित विभागों को स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का आदेश दिया गया है। जिला प्रशासन द्वारा रेस्क्यू टीमें तैनात की जा रही हैं और जरूरत पड़ने पर राहत शिविर भी बनाए जा सकते हैं।
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Published on:
13 Jul 2025 06:50 am
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