
मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी, 40–50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलेंगी हवाएं, वज्रपात का भी खतरा (फोटो सोर्स : पत्रिका Ritesh Singh)
Heavy Rain Alert Update: अगस्त माह की शुरुआत भले ही झमाझम बारिश के साथ हुई हो, लेकिन पिछले कुछ दिनों से प्रचंड धूप और उमस ने लोगों को परेशान कर दिया है। अब मौसम विभाग ने फिर से चेतावनी जारी की है कि 21 अगस्त से मौसम का रुख बदलने वाला है। लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के 50 से अधिक जिलों में मध्यम से भारी बारिश के आसार जताए गए हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस दौरान कई जिलों में आंधी, तेज हवाएँ और बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं।
एक से 14 अगस्त के बीच प्रदेश के कई हिस्सों में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई। हालांकि पिछले चार दिनों से बारिश पूरी तरह थम गई है और तेज धूप के कारण तापमान में 5 से 6 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ोतरी हो गई है। सोमवार को राजधानी लखनऊ का अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम तापमान भी 27 डिग्री के आसपास पहुंच गया, जिससे रात में भी उमस कम नहीं हुई। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को तापमान में और बढ़ोतरी की संभावना है।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अतुल कुमार सिंह के अनुसार, 21 अगस्त से प्रदेश के मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। उस दिन से लखनऊ समेत मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बारिश शुरू हो जाएगी। 22 अगस्त को वर्षा की तीव्रता और बढ़ेगी, जबकि 23 और 24 अगस्त को प्रदेश के पूरब से पश्चिम तक घने बादल जमकर बरसेंगे।
मौसम विभाग का कहना है कि इन चार दिनों के दौरान न केवल झमाझम बारिश होगी बल्कि तेज हवाएँ भी चलेंगी। कई इलाकों में 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है। इसके साथ ही बिजली गिरने की भी संभावना जताई गई है, जिससे किसानों और ग्रामीण इलाकों के लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
अमेठी, सुलतानपुर, बाराबंकी, बहराइच, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती समेत आसपास के जिलों में मंगलवार से ही तेज हवा के साथ मध्यम से भारी बारिश के आसार जताए गए हैं। इसके अलावा पूर्वांचल के जिलों में वर्षा का असर सबसे ज्यादा देखने को मिल सकता है। विभाग का कहना है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी 23 और 24 अगस्त को जोरदार बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे फिलहाल खेतों में कटाई, गहाई और खाद डालने जैसे कार्य न करें, क्योंकि भारी वर्षा से फसल को नुकसान पहुँच सकता है। जिन क्षेत्रों में धान की रोपाई जारी है, वहाँ बारिश से पानी की पर्याप्त आपूर्ति तो होगी लेकिन जलभराव से पौधों को भी खतरा हो सकता है।
इसके अलावा यात्रा करने वाले लोगों को भी सचेत रहने की जरूरत है। तेज हवाओं और बारिश के कारण सड़कों पर फिसलन बढ़ सकती है, जिससे हादसों की संभावना रहेगी। बिजली गिरने की घटनाओं के प्रति भी लोगों को सतर्क किया गया है। खुले मैदान, पेड़ों के नीचे या बिजली के खंभों के पास खड़े होने से बचें।
पिछले साल अगस्त माह में पूरे प्रदेश में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई थी। इस साल अब तक की वर्षा औसत से अधिक रही है, लेकिन बीच-बीच में मौसम का मिजाज बदलने से लोग परेशान भी हुए हैं। जहाँ शुरुआती दो हफ्तों में लगातार वर्षा हुई, वहीं पिछले चार दिनों की तेज धूप ने गर्मी का अहसास और बढ़ा दिया है।
तेज धूप और उमस के चलते हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन और वायरल बुखार के मामले भी बढ़ रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि मौसम बदलने के दौरान शरीर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इसलिए लोगों को पर्याप्त मात्रा में पानी पीने, हल्का भोजन करने और धूप में निकलने से बचने की सलाह दी गई है। आने वाले दिनों में बारिश शुरू होने के बाद डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है।
मौसम विभाग का साफ कहना है कि 21 अगस्त से शुरू होने वाला यह बारिश का दौर सामान्य मॉनसून गतिविधियों का हिस्सा है। मानसून की सक्रियता मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश में ज्यादा रहेगी, जबकि पश्चिमी हिस्सों में धीरे-धीरे इसका असर दिखाई देगा। विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी से उठी नमी और मानसूनी हवाओं के कारण यह स्थिति बनेगी।
प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम विभाग की ओर से जारी की जाने वाली नियमित चेतावनियों पर नजर रखें। बिजली गिरने के खतरे से बचने के लिए सावधानियाँ बरतें और अनावश्यक यात्रा से परहेज करें।
संबंधित विषय:
Published on:
19 Aug 2025 08:01 am
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
मौसम समाचार
