इसका खुलासा हुआ है चालानी रिर्पोट से जिसमें कहा गया है कि युवक कलेक्ट्रेट में आने जाने वालों के मोबाइल से फोटो खींच रहा था, जिसके कारण शान्ति व्यवस्था भंग होने के अंदेशे के चलते पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अब सवाल ये उठता है कि युवक की चालानी रिर्पोट सच्ची है या डीएम बी.चन्द्रकला का बयान। सवाल ये भी उठता है कि जब डीएम बीचन्द्रकलां की युवक सेल्फी खींच रहा था तो फिर चालानी रिर्पोट में सच्ची बात क्यों नहीं लिखी गयी।