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रेलवे की ‘एक स्टेशन एक प्रोडक्ट योजना: यूपी के 12 जिले शामिल, किस स्टेशन पर क्या मिलेगा, देखें लिस्ट

भारतीय रेलवे की महत्वाकांक्षी योजना एक स्टेशन एक प्रोडक्ट अब पूरे देश में धीरे धीरे आगे बढ़ रही है। उत्तर रेलवे की वरिष्ठ मण्डल रेल प्रबन्धक रेखा शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि ‘हमारी इस योजना से हर क्षेत्र के प्रोडक्ट की ब्रांडिंग हो सकेगी। जिससे लोगों की आमदनी भी बढ़ेगी।‘ उन्होने कहा कि, पारम्परिक शिल्प एवं लघु उद्यमों के संरक्षण और अधिक से अधिक रोजगार बढ़ाने के लिए भारतीय रेल द्वारा 'एक स्टेशन एक उत्पाद' की योजना को शुरू किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के सभी प्रमुख जिलों से शुरू होकर सभी छोटे जिलों में भी इसे तेजी से बढ़ाने पर ज़ोर दिया जाएगा। अब तक यूपी में 12 जिलों को इससे जोड़ा गया है। जानिए किस स्टेशन पर कौन सा प्रोडक्ट मिलेगा।  

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लखनऊ

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Dinesh Mishra

Jun 24, 2022

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Indian Railway Symbolic Photo of One Station One Product

One Station One Product Scheme रेलवे की इस योजना को उत्तर रेलवे ने अपने सभी स्टेशनों पर लांच करने की पूरी तैयारी कर ली है। लेकिन अभी इसे सिर्फ 12 स्टेशनों पर ही शुरू किया जा रहा है। अभी तक ये योजना वाराणसी स्टेशन पर पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू की गई थी। वाराणसी की प्रसिद्ध काष्ठ कला की अनुपम कृति काष्ठ निर्मित खिलौनों यानी लकड़ी से बनें खिलौने को वाराणसी जं. रेलवे स्टेशन के लिए चयनित किया गया है। यहाँ से अच्छा रिस्पोंस मिलने के बाद अब इसे बढ़ाकर अन्य जिलों में भी शुरू किया जा रहा है।

देखें किस स्टेशन पर क्या मिलेगा, 11 अन्य स्टेशनों का चुनाव

"एक स्टेशन एक उत्पाद" पायलट प्रोजेक्ट की सफलता को देखते हुए उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के अन्य 11 नामित स्टेशनों को भी इस योजना में शामिल किया है। जिसमें लखनऊ की चिकनकारी, प्रतापगढ़ का आँवला उत्पाद, अयोध्या कैंट पर गुड़ से बनें उत्पाद, उन्नाव पर चमड़ा उत्पाद, सुल्तानपुर पर मूंज के उत्पाद, रायबरेली में काष्ठ शिल्प उत्पाद, जौनपुर स्टेशन पर ऊनी कारपेट, बाराबंकी स्टेशन पर टेक्सटाइल उत्पाद, भदोही स्टेशन पर कारपेट उत्पाद, अमेठी स्टेशन पर मूंज उत्पाद एवं अयोध्या स्टेशन पर गुड़ के उत्पाद के स्टाल लगाकर बेचा जाएगा। इस प्रकार इन 11 स्टेशनों पर इस पायलट प्रोजेक्ट के आरम्भ के बाद मंडल के लखनऊ एवं वाराणसी सहित कुल 12 स्टेशनों पर यह पायलट प्रोजेक्ट लागू हो जाएगा।

कौन लगा सकता है स्टाल कैसे होगा रजिस्ट्रेशन

इस प्रोजेक्ट में स्टॉल लगाने के लिए एक विक्रेता को 15 दिन का समय दिया जाएगा तथा 15 दिन बाद किसी अन्य विक्रेता को अवसर दिया जाएगा। 15 दिन के लिए टोकन के रूप में विक्रेता से मात्र 1000 शुल्क लिया जाएगा। एक स्टेशन पर एक से अधिक स्टाल लगाने वाले यदि आते हैं तो ऐसे में लाटरी द्वारा विक्रेता का चयन किया जाएगा।

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