
फोटो सोर्स: Patrika
IRS Officers Clash in Lucknow Tax Office: लखनऊ के हजरतगंज स्थित नरही इलाके में बने आयकर भवन में गुरुवार शाम को जो कुछ हुआ, वह न सिर्फ सरकारी सेवा के अनुशासन पर सवाल खड़े करता है, बल्कि अफसरशाही के अंदर पनप रहे आपसी टकराव की एक बानगी भी पेश करता है। देश के राजस्व विभाग के दो IRS अधिकारी – 2016 बैच के उपायुक्त गौरव गर्ग और 2014 बैच के संयुक्त आयुक्त योगेंद्र मिश्रा के बीच कहासुनी इतनी बढ़ गई कि मामला हाथापाई और गंभीर मारपीट में बदल गया। इससे दफ्तर में मौजूद कर्मचारियों और अन्य अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
घटना गुरुवार शाम की है जब लखनऊ के आयकर भवन की छठी मंजिल पर एक वरिष्ठ आयकर अधिकारी के कमरे में तीन अफसर बैठकर चर्चा कर रहे थे। इस बैठक में मौजूद थे – संयुक्त आयुक्त योगेंद्र मिश्रा, उपायुक्त गौरव गर्ग और एक प्रमुख आयुक्त स्तर के वरिष्ठ अधिकारी। शुरुआत में माहौल सामान्य था लेकिन जैसे ही आरटीआई (सूचना का अधिकार अधिनियम) के तहत पूछे गए एक सवाल पर चर्चा शुरू हुई, माहौल गर्म होने लगा।
संयुक्त आयुक्त योगेंद्र मिश्रा का आरोप है कि किसी RTI के जवाब में उनके तबादले को लेकर जो तथ्य सार्वजनिक हुए, वो जानबूझकर उपायुक्त गौरव गर्ग द्वारा मीडिया में लीक किए गए। इसी मुद्दे पर दोनों के बीच पहले बहस हुई और फिर मामला इतना बिगड़ा कि मारपीट तक पहुंच गया।
गौरव गर्ग का आरोप है कि बातचीत के दौरान जब उन्होंने RTI मुद्दे पर अपनी बात रखनी चाही, तो योगेंद्र मिश्रा ने उत्तेजना में आकर पानी से भरा गिलास उनके चेहरे पर फेंक दिया, जिससे उन्हें सिर और चेहरे पर चोट आई। इसके अलावा हाथापाई में मिश्रा की अंगूठी उनके होंठ पर लग गई, जिससे वहां भी गंभीर चोट आई। घायल अवस्था में गौरव गर्ग को सिविल अस्पताल ले जाया गया। वहीं योगेंद्र मिश्रा का कहना है कि गौरव गर्ग ने पहले उन्हें अपशब्द कहे और फिर थप्पड़ मारा, जिसके बाद वह खुद बचाव में थे। उनका कहना है कि मारपीट की शुरुआत गर्ग ने की, और वह केवल अपनी रक्षा कर रहे थे।
आयकर विभाग के सूत्रों का कहना है कि यह झगड़ा अचानक नहीं हुआ, बल्कि इसकी जड़ें कई साल पीछे तक जाती हैं। जब दोनों अफसर कानपुर में तैनात थे, तभी से उनके बीच तल्खी शुरू हो चुकी थी। वहां ‘इन्वेस्टिगेशन चार्ज’ को लेकर मतभेद उत्पन्न हुए थे, जो समय के साथ गहराते गए। लखनऊ में तैनाती के दौरान भी दोनों के बीच संबंध सुधरने की बजाय और बिगड़ते गए। यही आपसी तनाव इस मारपीट की बड़ी वजह माना जा रहा है।
इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि सरकार के संवेदनशील और जिम्मेदार पदों पर बैठे अफसर भी व्यक्तिगत अहं और आपसी दुश्मनी में नियम-कानून और गरिमा को ताक पर रख सकते हैं। दफ्तर में खुलेआम मारपीट न सिर्फ प्रशासनिक अनुशासन की धज्जियां उड़ाता है, बल्कि विभाग की साख को भी गहरा नुकसान पहुंचाता है।
इस घटना पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि "भाजपा सरकार में अब अधिकारी बनाम अधिकारी हो रहा है। एक आईपीएस अधिकारी के पति के साथ आयकर विभाग में हुई हिंसा बेहद निंदनीय है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।"दरअसल, गौरव गर्ग की पत्नी आईपीएस रवीना त्यागी हैं, जो इस समय लखनऊ में डीसीपी इंटेलिजेंस के पद पर तैनात हैं। इस वजह से यह मामला और ज्यादा संवेदनशील और चर्चित बन गया है।
घटना की सूचना मिलते ही हजरतगंज पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। एसीपी हजरतगंज विकास जायसवाल के अनुसार, गौरव गर्ग की शिकायत पर संयुक्त आयुक्त योगेंद्र मिश्रा के खिलाफ IPC की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमें जानलेवा हमला और सरकारी कार्य में बाधा डालने जैसी गंभीर धाराएं भी शामिल हैं। पुलिस ने कहा कि वह सभी पहलुओं की जांच कर रही है और जल्द ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
आईआरएस जैसे उच्च पदों पर तैनात अधिकारियों के लिए सेवा नियम बेहद स्पष्ट हैं, अनुशासनहीनता, अशोभनीय आचरण, सरकारी परिसरों में हिंसा या दुर्व्यवहार को गंभीर अपराध माना जाता है। ऐसे मामलों में विभागीय जांच, निलंबन और सेवा से बर्खास्तगी तक की कार्रवाई संभव है। अब देखना होगा कि आयकर विभाग इस मामले में क्या रुख अपनाता है।
गौरव गर्ग एक 2016 बैच के भारतीय राजस्व सेवा (IRS) अधिकारी हैं, जो वर्तमान में लखनऊ स्थित आयकर विभाग में उपायुक्त (मुख्यालय) के पद पर कार्यरत हैं। उनकी पत्नी आईपीएस अधिकारी रवीना त्यागी उत्तर प्रदेश कैडर की 2014 बैच की अधिकारी हैं। वर्तमान में वह लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (इंटेलिजेंस एंड सिक्योरिटी) के पद पर कार्यरत हैं। इससे पहले वह डीसीपी सेंट्रल के रूप में भी सेवाएं दे चुकी हैं।
Published on:
30 May 2025 12:49 pm
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