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कानपुर हिंसाः डीएम एसपी ने आस-पास जिलों की पुलिस को किया अलर्ट, खुद फोर्स के साथ पैदल मार्च

locationलखनऊPublished: Jun 04, 2022 05:17:58 pm

Submitted by:

Snigdha Singh

Kanpur Clash Update: कानपुर हिंसा के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। लेकिन आस-पास के जिलों में भी अलर्ट जारी है। पुलिस अधिकारी पैदल मार्च कर रहे।

कानपुर शहर में हुए बवाल के मद्देनजर डीएम एसपी ने पूरे जिले में हाई अलर्ट कर दिया। एहतियात के तौर पर शुक्रवार रात को आप-पास के जिलों के सभी जगहों पर पुलिस ने पैदल मार्च किया। इतना ही नहीं आस-पास के जिलों के टीम अलर्ट करने के साथ ही खुद डीएम एसपी ने मुख्य मार्ग व बाजारों में पैदल गस्त करके लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। इसके अलावा सभी धर्म गुरुओं से भी शांति व्यवस्था बनाए रखने में मदद करने की ताकीद की गई है।
कानपुर की डीएम नेहा शर्मा ने पुलिस कमिश्नर के साथ पैदल मार्च कर स्थितियों का जायजा लिया। वहीं उरई की एडीएम प्रियंका निरंजन व एसपी रवि कुमार अपने पूरे लाव लश्कर के साथ शहीद भगत सिंह चौराहे आए। यहां उन्होंने पैदल मार्च शुरू किया और अधिकारियों के साथ पूरा फोर्स मुख्य बाजार व मुख्य रोड होते हुए सड़कों पर घुमा। इस दौरान कई जगह डीएम एसपी ने रुककर बाजार में मौजूद महिलाओं, युवतियों व अन्य लोगों से बातचीत कर शहर की गतिविधियों का हाल लिया। इस दौरान दुकानदारों व व्यापारियों को भी सचेत किया गया कि वह भी हर वक्त चौकन्ना रहे और शांति व्यवस्था बनाए रखने में मदद करें। इसके अलावा डीएम एसपी ने शहर के सभी धर्म गुरुओं से भी बात करके हमेशा की तरह अमन चैन कायम रहने में अहम भूमिका निभाने की ताकिद की।
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क्या बोले अधिकारी

कानपुर हिंसा के मुख्य आरोपी जफर हयात हाशमी की गिरफ्तारी के मामले को लेकर एडीजी विधि व्यवस्था प्रशांत कुमार ने जफर हयात हाशमी की गिरफ्तारी पर कहा कि पुलिस कार्रवाई कर रही है। आरोपियों को गिरफ्तार किया जा रहा है। घटना को इंटेलिजेंस फेल्योर के मामले में एडीजी ने कहा कि वह काफी सघन इलाका है। इस मामले में इंटेलिजेंस फेल्योर नहीं कह सकते हैं। घटना के समय वहां पर पुलिस बल कम संख्या में थे। इसलिए घटना बढ़ गई।
आरोपी के परिजनों की प्रतिक्रिया

परिवार के लोगों का कहना है कि वे हमें मिल नहीं रहे हैं। हमने काफी खोजा है। जफर हयात की पत्नी का दावा है कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए बंद को वापस लिया गया था। जुमे की नमाज के जफर हयात घर वापस आ गए थे। उस दौरान कोई हिंसा की वारदात नहीं हो रही थी। अपराह्न तीन बजे अचानक हिंसा की खबर सामने आई। हयात की पत्नी ने दावा किया कि 14 से 16 साल के बच्चे हाथों में पत्थर लेकर चला रहे थे। ऐसा गुस्सा हमने पहले कभी नहीं देखा था। वह अपने पति की इस हिंसा की वारदात में शामिल नहीं होने का दावा कर रही हैं। वहीं, पुलिस की ओर से मामले में जांच चलने की बात कही गई है।

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