7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जो एंटनी: केरल का नेता जो 31 साल से सपा में, ना MLC बने ना MP, फिर भी पार्टी के हर मंच पर रहते हैं

Samajwadi Party Executive Meeting: एंटनी ये जानते हैं कि केरल में सपा की सरकार आना तो दूर एक सीट जीतना भी मुशिकल है। फिर भी वो 31 साल से दिलोजान से सपा के लिए काम कर रहे हैं।

3 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Rizwan Pundeer

Mar 20, 2023

samajwadi party

सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बोलते जो एंटनी

समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कोलकाता में हुई है। बैठक में एक नेता ऐसा भी पहुंचा है, जो उत्तर प्रदेश से नहीं है। ये नेता केरल जैसे एक ऐसे राज्य से है, जहां समाजवादी पार्टी का कोई आधार नहीं है। इसके बावजूद ये 31 साल से सपा के लिए अपने राज्य में काम कर रहे हैं। इस नेता का नाम है जो. एंटनी।


जो एंटनी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हैं। कोलकाता में चल रही सपा की बैठक खत्म होने के बाद एक न्यूज चैनल ने एंटनी से बात की। एंटनी से चैनल ने जानना चाहा कि 31 साल तक जिस पार्टी से आपको MP, MLC जैसा कोई पद नहीं मिला, उसके साथ आप क्यों काम कर रहे हैं। आखिर केरल जैसे राज्य में सपा का इतना समर्पित कार्यकर्ता कैसे तैयार हुआ?

मुलायम सिंह की आखिरी यात्रा में अखिलेश यादव और अब्दुल्ला आजम(दायें) के साथ एंटनी(बीच में) IMAGE CREDIT:


'मुलायम सिंह ने पहली मुलाकात में ही मुझे मुरीद कर लिया'
सपा में होने की वजह बताते हुए एंटनी ने मुलायम सिंह यादव का एक किस्सा सुनाया। एंटनी ने बताया है कि कैसे पहली मुलाकात में ही वो मुलायम सिंह के दीवाने हो गए और आज भी नेताजी मुलायम सिंह का नशा उन पर तारी है। मुलायम सिंह से उनकी मुलाकात का किस्सा भी दिलचस्प है।


एंटनी कहते हैं, ''मुझे अखबार के जरिए से नेताजी के समाजवादी पार्टी बनाने का समाचार मिला। इसके बाद मैंने नेताजी को फोन किया। फोन पर मैंने नेताजी से पार्टी में जुड़ने की ख्वाहिश जाहिर की और उन्होंने तुरंत पार्टी में मुझे पद दे दिया। तब से 31 साल हो गए, मैं नेताजी और सपा के साथ था और रहूंगा।"


एंटनी आगे कहते हैं, "मुझसे बातचीत के 3 दिन बाद नेताजी ने खुद फोन किया और पार्टी के फाउंडेशन कॉन्फ्रेंस में आने के लिए कहा। ये 1992 के नवंबर महीने के 4 और 5 तारीख में हुआ था। जिसमें शामिल होने के लिए पहली बार मैं लखनऊ गया था"


ट्रेन से लखनऊ पहुंचा तो नेताजी के स्वागत ने दिल जीत लिया: एंटनी
एंटनी कहते हैं, "मैं पार्टी के फाउंडेशन कॉन्फ्रेंस में शामिल होने लखनऊ पहुंचा। मेरी ट्रेन लेट हो गई। मैं किसी तरह पूछते-पूछते रात में वहां पहुंचा, जहां पार्टी का कार्यक्रम था। मुझे लगा कि नेताजी गुस्सा तो नहीं होंगे लेकिन उन्होंने खुली बाहों से स्वागत किया। मुझसे कहा कि अभी भाषण दोगे?"

बीते साल सपा की ओर से एंटनी को राज्यसभा भेजे जाने की चर्चा थी लेकिन फाइनल लिस्ट में उनका नाम नहीं आया IMAGE CREDIT:


'मुझे हिन्दी बिल्कुल नहीं आती थी, भाषण कैसे दूं?'
एंटनी ने बताया कि उनको हिन्दी बिल्कुल नहीं आती थी। अंग्रेजी में भाषण देने की बात मुलायम सिंह से कही तो उन्होंने इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मलयालम में भाषण दो। एंटनी हैरान हो गए कि हिन्दीभाषी लोगों के बीच मलयालम में बोलकर क्या फायदा। इस पर मुलायम सिंह ने तभी एक ट्रांसलेटर को बुलाया और मलयालम में भाषण कराया।


यह भी पढ़ें: शिवपाल यादव बोले- 2024 में 50 सीट जीतेगी सपा, 24 घंटे में ही अखिलेश ने बदल दिया चाचा का आंकड़ा

एंटनी कहते हैं, "नेताजी मुलायम सिंह का काम करने का अंदाज और जो सम्मान उन्होंने मुझे दिया, वो अद्भुत था। नेताजी की बातों में एक नशा था, एक ऐसा कमाल था कि जोश भर देता था। वही जोश और नशा आज भी मेरे ऊपर चढ़ा हुआ है।"

अखिलेश यादव के साथ जो एंटनी IMAGE CREDIT:


राज्यसभा ना मिलने के बावजूद पार्टी के साथ क्यों?
सपा की ओर से कभी राज्यसभा ना दिए जाने के बावजूद पार्टी के साथ होने के सवाल पर एंटनी ने कहा कि ये बात सिद्धातों की है। एंटनी कहते हैं कि वो 2 बातों से पार्टी से जुड़ते हैं, एक नेतृत्व और एक विचारधारा। मुलायम सिंह का नेतृत्व उन्हें इतना पसंद था कि कभी किसी दूसरी पार्टी की ओर देखा ही नहीं।


केरल में समाजवाद की जड़ें बहुत गहरी: जो एंटनी
जो एंटनी का कहना है कि केरल में रहकर सपा से जुड़ने पर हैरानी करने की जरूरत नहीं है। केरल वो राज्य है, जहां समाजवाद की जड़ें बहुत गहरी हैं। केरल में समाजवाद के आंदोलन बहुत पहले हुए। ऐसे में केरल के लोगों के दिलों में समाजवाद है।


यह भी पढ़ें: दिल्ली में स्लीवलेस, बरेली में सिर पर पल्लू... तस्वीरों में देखें- फहद के घर पहुंचते ही कैसे बदले स्वरा के रंग-ढंग