
कुलदीप सिंह सेंगर को भाजपा पार्टी से निकालने के बाद, प्रदेश सरकार का एक और बड़ा फैसला, यहां से भी किया गया रद्द
लखनऊ. उन्नाव गैंगरेप पीड़िता (Unnao Gang Rape case) की कार को टक्कर मारने के बाद यह मामला गंभीर होता चला जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (Kuldeep Singh Sengar) को पार्टी से निकाल दिया। वहीं अब उन्नाव जिला प्रशासन (Unnao District Administration) ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के तीनों असलहों को रद्द कर दिया है। सीतापुर जेल में बंद सेंगर के नाम पर एक बंदूक, एक राइफल और रिवाल्वर शामिल हैं।
बता दें कि यह मुकदमा सीबीआई (CBI) कोर्ट में चल रहा है। सीबीआई ने पीड़िता के सड़क दुर्घटना मामले में कुलदीप सिंह सेंगर और 9 अन्य के खिलाफ हत्या के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया । इसके बाद पीड़ित पक्ष ने विधायक के शस्त्र लाइसेंस रद्द करने की मांग की थी।
कांग्रेस का हस्ताक्षर अभियान आज से
वहीं उन्नाव की रेप पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग के लिए समर्थन जुटाने के लिए प्रदेश कांग्रेस ने हस्ताक्षर अभियान चलाने का फैसला किया है। इस प्रदेश व्यापी अभियान का शुभारंभ शनिवार को होगा, जो छह अगस्त तक चलेगा। कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा उठाए गए कदम से पीड़िता को न्याय मिलने की उम्मीद तो जगी है, लेकिन जिस तरह से सरकार आरोपी विधायक समेत अन्य आरोपियों को संरक्षण दे रही है, उससे तो यही लगता है कि जब तक विधायक को तिहाड़ जेल नहीं भेजा जाता, तब तक पीड़िता व उसके परिजनों की जान को गंभीर खतरा बना रहेगा। पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस की महासचिव द्वारा शुरू किए गए संघर्ष के तहत प्रदेश कांग्रेस भी आम जनता का समर्थन जुटाएगी, जिसके लिए प्रदेश भर में तीन दिन तक हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा।
Updated on:
03 Aug 2019 09:11 am
Published on:
03 Aug 2019 09:05 am
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