
Akhilesh Ravi Kishan
लखनऊ. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्टीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को मंगलवार को लोकसभा (Lok Sabha) में बोलने का मौका मिला। उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया। इस दौरान उन्होंने कलाकारों को दिए जाने वाली यश भारती पुरस्कार (Yash Bharti Award) व 50 हजार रुपए की धनराशि का भी उल्लेख किया। हालांकि वो उस कलाकार का भी जिक्र कर गए जिन्हें यह पुरस्कार मिला ही नहीं था। और इत्तेफाक की बात थी कि वह एक कलाकार लोकसभा में मौजूद था, जिन्होंने इस बात का तत्काल खंडन किया और इस दौरान अखिलेश यादव की फजीहत भी हो गई।
दरअसल सदन में प्रश्नकाल के दौरान पद्म पुरस्कारों से जुड़ा पूरक प्रश्न पूछने के दौरान समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी में पूर्व की सपा सरकार के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वालों को ‘यश भारती' सम्मान व पेंशन के तौर पर 50 हजार रुपये मासिक की राशि देने की बात कही। अखिलेश यादव ने वहां मौजूद मौजूद गोरखपुर से भाजपा सांसद रवि किशन (Ravi Kishan) को अपनी बात में उदाहरण के रूप में जोड़ते हुए कहा कि उन्हें भी 'यश भारती' मिल चुका है। ऐसा कहते हुए उन्होंने सवाल क्या भी क्या केंद्र सरकार भी पद्म पुरस्कारों से सम्मानित लोगों के लिए कोई सम्मान राशि देना शुरू करेगी।
रवि किशन साबित किया अखिलेश का झूठ-
अपना नाम सुनते ही रवि किशन ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से उन्हें जवाब देने की अनुमति मांगी। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव जी ने मेरा नाम लिया और कहा कि मुझे यश भारती मिला। मैं आज सभी के सामने यह साफ कर देना चाहता हूं कि मुझे न तो सपा की सरकार और न ही बसपा की सरकार में यह सम्मान मिला तथा कोई सम्मान राशि भी नहीं मिली है।
Published on:
23 Jul 2019 04:25 pm
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