यूपी के बाजारों में आजकल नकली सरसों का तेल बिक रहा है। सावधान रहें।
सावधान! बाजार में बिक रहा है नकली सरसों का तेल, ऐसे करें पहचान
लखनऊ. यूपी के बाजारों में आजकल नकली सरसों का तेल बिक रहा है। सावधान रहें। क्योंकि मिलावट वाले सरसों का तेल आपको अस्पताल पहुंचा सकता है। सुलतानपुर में नकली सरसों के तेल का धंधा करने वाले तीन आरोपियों को शुक्रवार को सुलतानपुर पुलिस व स्वाट टीम ने गिरफ्तार किया। इनके पास से 104 टिन नकली सरसों का तेल बरामद हुआ। नकली सरसों के तेल की कैसे करें पहचान आईए इस बारे में जातने हैं।
यूपी के बाजार में बिक रहा सरसों का नकली तेल, सुलतानपुर में 104 टिन बरामद, तीन गिरफ्तार पाम आयल या अन्य किसी वस्तु की मिलावट वाला सरसों का तेल इस्तेमाल करने से कैंसर, किडनी डैमेज होने का खतरा बढ़ जाता है। रायबरेली,जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजीशियन डा. बीरबल बताते हैं कि, मिलावटी खाद्य तेल शरीर में धीरे धीरे नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है। पेशाब की थैली पर बुरा असर पड़ता है। इसके अलावा पेट संबंधी गैस आदि परेशनियां तो तुरंत ही शुरू हो जाती हैं। आर्जीमोनयुक्त सरसों तेल खाने से पूरे शरीर में सूजन आ जाती है। कई अंग अपना काम करना बंद कर देते है।
नकली सरसों के तेल की पहचान :- मिलावट को जांचने के लिए भारत सरकार ने 18 नवम्बर को ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट पोस्ट कर इस बारे में बताया था। जिसमें कहा गया कि, सरसों का तेल 5 मिलीलीटर मात्रा लेकर उसे टेस्ट ट्यूब में डालें। उसमें नाइट्रिक एसिड 5 मिलीलीटर मिलाएं। ट्यूब को आहिस्ता से हिलाएं। अगर मिक्सचर मिलावटी नहीं होगा, तो रंग में कोई बदलाव नहीं होगा। मिलावट होने की सूरत में सरसों तेल का रंग नारंगी-पीला से लाल हो जाएगा। दूसरे कढ़ाई में तेल गरम करते समय अगर तेल झाग दे अथवा काला पड़ जाये और बदबू दे तो समझो तेल में मिलावट है।