government department alert - 355 में 327 सैंपल में पुष्टि- अब एक हजार सैंपल के परिणाम का इंतजार- उधर कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी तेज
लखनऊ. CM Yogi gave instructions to conduct genome sequencing of samples यूपी में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने जो तबाही मचाई थी उसके पीछे डेल्टा वायरस का हाथ था। जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट से उसका खुलासा हुआ। कोरोना सैम्पल्स की जीनोम सिक्वेंसिंग में 92 फीसद में डेल्टा वायरस पाया गया है। इस रिपोर्ट की जानकारी के बाद सरकारी महकमा अलर्ट हो गया। जिसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्य के भीतर अधिक से अधिक सैम्पल्स की जीनोम सिक्वेंसिंग कराने के निर्देश दिए हैं। यूपी के 11 जिलों में आरटीपीसीआर लैब स्थापित कराई गई है। साथ ही आने वाले 3 से 4 महीनों में यूपी के सभी जिलों में आरटीपीसीआर लैब स्थापित कर दिए जाएंगे।
कोरोना गाइडलाइन का पालन जरूरी : डॉ. शीतल वर्मा
केजीएमयू के माइक्रोबयॉलजी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शीतल वर्मा बताती हैं कि, अब चंद दिनों में आने वाले तीसरी लहर में डेल्टा प्लस वेरिएंट का खतरा पिछली वेरिएंट से कई ज्यादा है। इसके लिए सभी को कोरोना की दूसरी लहर से सबक लेते हुए खुद को बचाने के लिए डबल मास्क, सेनेटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
योगी सरकार अलर्ट :- योगी सरकार ने सूबे में कोरोना सैम्पल्स की जीनोम सिक्वेंसिंग कराई। इसके बाद आए नतीजों के अनुसार, 355 सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग में 327 सैंपल समय डेल्टा वायरस पाया गया है। इतना ही नहीं, इन 327 लोगों में भी 28 सैम्पल्स में अल्फा वेरिएंट पाया गया है। कई राज्यों में डेल्टा प्लस मिल रहा है। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे पर भी सैंपल इन कराई जा रही है। विदेश से आने वाले लोगों को क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है।
अपर मुख्य सचिव ने माना :- केंद्र सरकार की ओर से जारी डाटा में उतर प्रदेश में डेल्टा वैरिएंट मिलने की बात पहले ही कही गई थी। अब प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने भी इस बात को स्वीकार कर लिया है। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि दूसरी लहर में बड़ी संख्या में डेल्टा वैरीएंट पाया गया है।
30 अन्य जिलों में भी लैब :- सीएम योगी की ओर से 30 अन्य जिलों में भी लैब स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी ने लखनऊ में स्थित सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट और नई दिल्ली स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलाजी में भी जांच शुरू करने के निर्देश दिए हैं।