Lucknow Heatwave AQI Alert : राजधानी लखनऊ इन दिनों भयंकर गर्मी और दमघोंटू उमस से झुलस रही है। पारा 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच चुका है, जबकि न्यूनतम तापमान भी 31 डिग्री से नीचे नहीं उतर रहा। सूर्योदय सुबह 5:12 बजे और सूर्यास्त शाम 7:00 बजे हो रहा है, लेकिन दिन के अधिकांश हिस्से में सूरज की तपिश इतनी तीव्र है कि लोग घर से बाहर निकलने से बच रहे हैं।
मौसम विभाग के अनुसार लखनऊ में इस साल की गर्मी ने पिछले कई वर्षों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। लगातार तीसरे दिन पारा 41 डिग्री के पार रहा, जिससे हीटवेव की स्थिति बनी हुई है। हवा में नमी की मात्रा अधिक होने के कारण उमस भी बर्दाश्त के बाहर हो गई है। आसमान साफ़ है, जिससे सूर्य की किरणें सीधे ज़मीन पर पड़ रही हैं और गर्मी की तीव्रता और बढ़ गई है।
तेज़ गर्मी के साथ-साथ लखनऊ की वायु गुणवत्ता भी चिंताजनक बनी हुई है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 के पार पहुँच गया है, जो कि 'बहुत अस्वस्थ' श्रेणी में आता है। धूल, प्रदूषण और औद्योगिक उत्सर्जन ने हालात को और गंभीर बना दिया है। डॉक्टरों ने बच्चों, बुजुर्गों और श्वास रोगियों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।
गर्मी के चलते दिन के समय शहर की सड़कों पर आवाजाही कम हो गई है। स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है, जबकि कई कार्यालयों ने ‘वर्क फ्रॉम होम’ की व्यवस्था शुरू कर दी है। छोटे दुकानदार और ठेले वाले दिन के समय अपना काम बंद रखने पर मजबूर हैं।
गर्मी के चलते बिजली की मांग रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच चुकी है। लगातार पंखे, कूलर और एसी चलने से ट्रांसफॉर्मर पर दबाव बढ़ गया है। शहर के कई इलाकों में बिजली कटौती की शिकायतें मिल रही हैं। वहीं, पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है। टैंकरों की मांग बढ़ गई है और नगर निगम आपूर्ति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त प्रयास कर रहा है।
गर्मी और लू की वजह से अस्पतालों में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक, चक्कर और सिरदर्द के मामलों में इज़ाफ़ा हुआ है। डॉक्टरों का कहना है कि लोग ज़रूरत न हो तो दोपहर में बाहर न निकलें, ढीले और हल्के रंग के कपड़े पहने, और पानी की मात्रा बढ़ा दें। बच्चों को बाहर खेलने से रोका जा रहा है और शारीरिक मेहनत से परहेज करने की सलाह दी जा रही है।
भारतीय मौसम विभाग ने आने वाले कुछ दिनों के लिए हीटवेव की चेतावनी जारी की है। हालांकि शुक्रवार (13 जून) से हल्की राहत की उम्मीद है क्योंकि कुछ इलाकों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है। इसके बावजूद अधिकतम तापमान 39 से 40 डिग्री तक बना रहेगा। वरिष्ठ वैज्ञानिकों के मुताबिक शुक्रवार (13 जून) से उत्तरी भारत में मानसून और पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव महसूस किया जा रहा है। इससे लखनऊ में 13–15 जून तक स्थानीय तौर पर हल्की बरसात, गरज-चमक और तेज हवाओं की संभावना है । हालांकि तापमान में थोड़ी गिरावट हो सकती है, पर उमस कम नहीं होगी।
गर्मी का असर खेतों और किसानों पर भी साफ़ दिख रहा है। सिंचाई की जरूरत बढ़ गई है, लेकिन बिजली की अनियमित आपूर्ति के चलते किसान परेशान हैं। धान की बुवाई का समय पास है, लेकिन तेज़ गर्मी और पानी की कमी से किसान चिंतित हैं। कृषि विभाग ने किसानों से सुबह और शाम के समय ही खेतों में काम करने की सलाह दी है।
जिलाधिकारी ने सभी अस्पतालों को सतर्क रहने और पर्याप्त दवाइयों की उपलब्धता बनाए रखने का निर्देश दिया है। नगर निगम ने सड़कों पर पानी का छिड़काव शुरू किया है और सार्वजनिक स्थलों पर पीने के पानी की व्यवस्था की जा रही है। विभिन्न मोहल्लों में ‘कूलिंग स्टेशन’ और छाया केंद्र बनाए गए हैं ताकि लोग वहां जाकर राहत पा सकें।
प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे गर्मी के इस दौर में निम्नलिखित सावधानियां अपनाएं:
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल मानसून की रफ्तार धीमी है और लखनऊ में बारिश की शुरुआत जून के अंतिम सप्ताह या जुलाई की शुरुआत में हो सकती है। जब तक मानसून नहीं आता, तब तक गर्मी से राहत मिलने की संभावना कम है।
संबंधित विषय:
Published on:
12 Jun 2025 08:34 am