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Maha kumbh भगदड़ हादसे में मृतकों का आंकड़ा छिपाया जा रहा-सपा सांसद रामगोपाल यादव, अखिलेश यादव ने की न्यायिक जांच की मांग

Mahakumbh 2025: अखिलेश यादव ने न्यायिक जांच और पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग की, भगदड़ में अब तक 30 की मौत, 60 घायल – मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Jan 30, 2025

महाकुंभ भगदड़ हादसे पर सियासत तेज, सपा सांसद ने प्रशासन पर लगाया बड़ा आरोप

महाकुंभ भगदड़ हादसे पर सियासत तेज, सपा सांसद ने प्रशासन पर लगाया बड़ा आरोप

Mahakumbh में हुए भगदड़ हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। अब इस हादसे को लेकर सियासत तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद रामगोपाल यादव ने प्रशासन पर मृतकों की संख्या छिपाने का गंभीर आरोप लगाया है। वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने हादसे की न्यायिक जांच की मांग करते हुए मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की बात कही है।

भगदड़ में 30 की मौत, 60 से अधिक घायल

प्राप्त जानकारी के अनुसार, महाकुंभ में मची भगदड़ के चलते 30 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 60 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। हादसे के बाद कई शवों की पहचान नहीं हो पाई है, जिससे परिजनों की चिंता बढ़ गई है। कई लापता श्रद्धालुओं की तलाश जारी है।

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सपा सांसद रामगोपाल यादव का आरोप – प्रशासन सच्चाई छिपा रहा

सपा सांसद रामगोपाल यादव ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा,"महाकुंभ हादसे में जितनी मौतें हुई हैं, प्रशासन उतनी संख्या बता नहीं रहा। मृतकों का आंकड़ा छिपाया जा रहा है। सरकार की लापरवाही की वजह से यह दर्दनाक हादसा हुआ, और अब प्रशासन इसे दबाने की कोशिश कर रहा है।"

अखिलेश यादव ने की न्यायिक जांच और मुआवजे की मांग

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हादसे की न्यायिक जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि,"इस भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिवारों को न्याय मिलना चाहिए। हम सरकार से मांग करते हैं कि पीड़ितों के परिजनों को कम से कम ₹25 लाख का मुआवजा और घायलों को उचित इलाज मुहैया कराया जाए।"

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भगदड़ कैसे मची? हादसे की बड़ी वजहें

  • प्रत्यक्षदर्शियों और अधिकारियों के अनुसार, हादसा अधिक भीड़ और प्रशासन की लापरवाही के कारण हुआ।
  • भीड़ नियंत्रण में प्रशासन की असफलता – बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकसाथ पहुंचे, जिससे अव्यवस्था फैल गई।
  • अत्यधिक धक्का-मुक्की – श्रद्धालुओं के बीच धक्का-मुक्की बढ़ने से भगदड़ मच गई।
  •  संकेतों और गाइडलाइन्स की कमी – उचित दिशानिर्देश और सुरक्षा उपायों का अभाव था।
  •  संकीर्ण गलियां और अव्यवस्थित यातायात – आपातकालीन निकास का अभाव था।

योगी सरकार की सफाई – स्थिति नियंत्रण में, जांच के आदेश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि, "हम मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हैं। सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि घायलों को हर संभव मदद मिले। घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।"राज्य सरकार ने दावा किया है कि स्थिति अब नियंत्रण में है और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है।

विपक्ष ने सरकार को घेरा, BJP ने आरोपों को बताया राजनीति

इस हादसे को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि,"यह हादसा प्रशासन की नाकामी को दिखाता है। श्रद्धालुओं की जान बचाने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए। सरकार को इसकी पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।" वहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने विपक्ष के आरोपों को राजनीति करार दिया। BJP प्रवक्ता ने कहा कि सरकार हादसे को लेकर गंभीर है और पूरी पारदर्शिता के साथ जांच कर रही है।

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घायलों का इलाज जारी, अस्पतालों में बढ़ी सुरक्षा

  • भगदड़ में घायल हुए लोगों का प्रयागराज के कई अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
  • SRN अस्पताल में 30 घायलों का इलाज जारी
  • अल्लापुर सिविल अस्पताल में 15 लोग भर्ती
  • अन्य अस्पतालों में घायलों का इलाज जारी
  • प्रशासन ने अस्पतालों में अतिरिक्त मेडिकल स्टाफ तैनात किया है और घायलों के इलाज का पूरा खर्च सरकार उठा रही है।

महाकुंभ में सुरक्षा को लेकर सरकार ने उठाए ये कदम

  • भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई गई श्रद्धालुओं के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी सुरक्षा दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन कराने के निर्देश
  • राज्य सरकार ने सभी श्रद्धालुओं से धैर्य बनाए रखने और प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है।