
इस तारीख को बीजेपी से गठबंधन पर फैसला लेंगे राजभर, कहा- तब तक ऐसे पेश आये सरकार
लखनऊ. भाजपा के सहयोगी दल सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर आये दिन बयानबाजी कर योगी सरकार की मुश्किलें बढ़ाते रहते हैं। लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी आलाकमान मौन है। बीते दिनों भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय ने उन्हें हद में रहने की नसीहत दी तो वह उल्टे ही उन पर भड़क पड़े। यूपी के कैबिनेट मंत्री अपनी ही सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी नहीं सुनते। राजधानी में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने जहां भाजपा को उनके फॉर्मूले पर अमल करने की सलाह दी, वहीं यह कहकर सनसनी फैला दी कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले वह भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन पर पुनर्विचार करेंगे।
मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि वैसे तो वह भारतीय जनता पार्टी के साथ वर्ष 2024 तक हैं। लेकिन 27 अक्टूबर को लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में होने वाले पार्टी के स्थापना दिवस समारोह में वह भाजपा के साथ गठबंधन पर पुनर्विचार करेंगे। इस दौरान राजभर ने बीजेपी को नसीहत देते हुए कहा कि 'निंदक नियर राखिये' की तर्ज पर भाजपा उन्हें मजबूती से अपने साथ रखे और उनके द्वारा बताई गई कमियों को दूर करे।
तो कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा सपा-बसपा गठबंधन
मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा भारतीय जनता पार्टी को सपा-बसपा गठबंधन से घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा अगर उनके बताये फॉर्मूले को अमल में लाएगी तो सपा-बसपा गठबंधन बीजेपी का कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा। मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के गठन के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी। साथ ही उन्होंने कहा कि देश के अन्य 12 राज्यों की तरह उत्तर प्रदेश में भी पिछड़ों के 27 फीसदी आरक्षण को तीन हिस्सों में बांटने की उनकी माग पर तत्काल फैसला लेना चाहिए। उन्होंने कहा प्रदेश में पिछड़ों के आरक्षण में बंटवारे के लिये मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बनी कमेटी दो महीने में अभी तक कोई फैसला नहीं दे पाई। मंगलवार को मंत्री राजभर कालिदास मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
Published on:
08 Aug 2018 11:40 am
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