
NCERT यानी नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग ने 12वीं क्लास के सिलेबस में कुछ बदलाव किया है। मुगलों से जुड़े अध्यायों के अलावा सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का गीत, विष्णु खरे और सुमित्रानंदन पंत की कविता को भी कोर्स से हटाया है। इस बदलाव को लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है।
पाठ्यक्रम से हटाया जाना अत्यंत आपत्तिजनक है
सपा अध्यक्ष निराला समेत अन्य कवियों की कविताएं हटाने का विरोध जताया है। उन्होंने ट्वीट किया, “राम की शक्तिपूजा’ जैसी कालजयी रचना के लेखक सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला' जी की एक रचना को NCERT के पाठ्यक्रम से हटाया जाना अत्यंत आपत्तिजनक है।
BJP सरकार से मांगा स्पष्टीकरण
उन्होंने आगे लिखा, “BJP सरकार स्पष्टीकरण दे और तुरंत उत्तर प्रदेश के अन्य कवियों की भी हटाई गई रचनाओं को फिर से शामिल करवाए। NCERT ने 12वीं कक्षा के लिए इतिहास, नागरिक शास्त्र और हिन्दी के सिलेबस में जो बदलाव किए हैं।”
हिंदी में जो बदलाव किए गए हैं, उनमें हिन्दी आरोह भाग-2 की किताब से फिराक गोरखपुरी की गजल और अंतरा भाग दो से सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की ‘गीत गाने दो मुझे’ को हटा दिया गया है। साथ ही विष्णु खरे की ‘एक काम’ और ‘सत्य’ को भी हटाया गया है। नया सिलेबस स्कूलों में मौजूदा शैक्षणिक सत्र 2023-24 से लागू होगा।
Updated on:
04 Apr 2023 01:40 pm
Published on:
04 Apr 2023 01:03 pm
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