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आयुष्मान भारत योजना में अब किडनी व कार्निया ट्रांसप्लांट भी, गरीबों को मुफ्त इलाज के लिए मिलेगी सुविधा

Now kidney and cornea transplant in Ayushman Bharat scheme- आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) के तहत अब कि़डनी और कार्निया ट्रांसप्लांट की सुविधा भी मिलेगी। यह इलाज गरीबों को मुफ्त में मिलेगा।नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (एनएचए) ने इसे हेल्थ बेनिफिट पैकेज में शामिल कर लिया है।

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Now kidney and cornea transplant in Ayushman Bharat scheme

Now kidney and cornea transplant in Ayushman Bharat scheme

लखनऊ. Now kidney and cornea transplant in Ayushman Bharat scheme. आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) के तहत अब कि़डनी और कार्निया ट्रांसप्लांट की सुविधा भी मिलेगी। यह इलाज गरीबों को मुफ्त में मिलेगा।नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (एनएचए) ने इसे हेल्थ बेनिफिट पैकेज में शामिल कर लिया है। एनएचए के प्रस्ताव पर उत्तर प्रदेश सरकार ने सहमति जता दी है। स्टेट एजेंसी फॉर कंप्रिहेंसिव हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विसेज (साचीस) की सीईओ संगीता सिंह ने कहा कि आयुष्मान योजना के लाभार्थियों के इलाज पर होने वाले खर्च का 60 प्रतिशत केंद्र सरकार और 40 फीसद हिस्सा राज्य सरकार देती है। ऐसे में एनएचए की ओर से इस पर सहमति मांगी गई थी। अब बड़ी संख्या में गरीबों को इसकी भी सुविधा दी जाएगी।

आयुष्मान योजना में ब्लैक फंगस के इलाज की सुविधा

साल 2020 में ब्लैक फंगस की बीमारी बहुत फैली थी। आयुष्मान योजना के कहत कई लोगों को इस बीमारी से इलाज की सुविधा मिली है। अंत्योदय परिवारों को जोड़ने के बाद अब इस योजना के लाभार्थियों की कुल संख्या 7.60 करोड़ हो गई है और अब तक 1.59 करोड़ के कार्ड बन चुके हैं। 23 सितंबर, 2018 को यह योजना शुरू हुई थी और उत्तर प्रदेश में अब तक 8.58 लाख लोग इस योजना का लाभ उठा चुके हैं। इस योजना के तहत एक परिवार को एक साल में पांच लाख रुपये तक के इलाज की मुफ्त सुविधा दी जाती है। अब तक 886 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। सबसे ज्यादा 4.89 लाख यानी 57 फीसद पुरुषों व 3.69 लाख यानी 43 प्रतिशत महिलाओं ने इस योजना का लाभ उठाया है।

सबसे ज्यादा कैंसर रोगियों का इलाज

आयुष्मान योजना में गंभीर बीमारियों की श्रेणी में सबसे ज्यादा कैंसर के मरीजों ने इलाज कराया है। कैंसर के 53,434 मरीजों ने इलाज कराया। वहीं 35,731 स्त्री व प्रसूति के मरीजों, 31,801 हड्डी रोगियों, 18,502 किडनी रोगियों, 9,393 हृदय रोगियों और 9,393 दिल के मरीजों ने अपना इलाज कराया है।