उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुभासपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने एक बार फिर अपनी ही सरकार पर निशाना साधा है
लखनऊ. आईएएस बी. चंद्रकला के आवास पर सीबीआई छापेमारी के बाद अखिलेश यादव को निशाने पर लिया जा रहा है। भाजपा सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त एक्शन में है। इस संबंध में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुभासपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने एक बार फिर अपनी ही सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि यह ढाई साल पुराना मामला है। कोर्ट ने आदेश दिया है तो ढाई साल तक सीबीआई कहां थी।
राजभर का कहना है कि बीजेपी सपा-बसपा के गठबंधन की आहट के बीच अखिलेश के सीबीआई छोड़ दी है। योगी सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। जब 2016 में हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच का आदेश दिया था, तो अब तक सीबीआई क्या कर रही थी।
सवर्ण आरक्षण सिर्फ चुनावी जुमला
आरक्षण को राजभर ने चुनावी जुमला बताया है। उनका कहना है कि 50 प्रतिशत से ज्यादा आरक्षण की व्यवस्था कहीं नहीं है, तो ऐसे में कहां से मिलेगा आरक्षण। भाजपा ने वादा पिछड़ी जाति के 27 फीसदी आरक्षण बंटवारे का वादा कर कहा था कि इसे चुनाव के 6 महीने पहले लागू करेंगे। लेकिन चुनाव में महज 100 दिन रह गए हैं मगर अब तक सूचना जारी नहीं हुई। इसी तर्क पर राजभर ने भाजपा के लिए एक दोहे भरा संदेश भी दिया। उन्होंने कहा- 'बनत रही तब बनत रही, अब न बनी हमरे तोहरे रंज रहा चाहे ख़ुशी रहा, तू अपने घरै हम अपने घरै।' राजभर का कहना है कि अगर 100 दिन के भीतर सूचना जारी नहीं होती है, तो अपने-अपने रास्ते ही सही।
बता दें कि ओम प्रकाश राजभर अपनी ही सरकार पर वार करते रहते हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था कि अगर 2019 में आरक्षण का बंटवारा सरकार नहीं करती है, तो गठबंधन नहीं होगा।