
सरकार ने फैसला किया है कि शहीद पुलिसकर्मियों के गांव का संपर्क मार्ग उनके नाम से होगा। सरकार ने अब तक 27 शहीदों के परिवारों को सात करोड़ सात लाख रुपये की धनराशि 24 से 48 घंटे के अंदर वितरित की है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस स्मृति दिवस पर रिजर्व पुलिस लाइन लखनऊ में शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देते हुए कही।

इस मौके पर डीजीपी ओपी सिंह के साथ योगी आदित्यनाथ सरकार के आधा दर्जन से अधिक मंत्री मौजूद थे। पुलिस स्मृति परेड का नेतृत्व एसएसपी कलानिधि नैथानी ने किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस स्मृति दिवस पर पुलिस स्मृति परेड की सलामी लेने के साथ शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश सहित प्रदेश के उन शहीद जवानों जिसमें 67 उत्तर प्रदेश से भी जवान शामिल हैं।

उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं। मुख्यमंत्री ने सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देने के साथ उनके परिवार के लोगों को सम्मानित भी किया।

उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर प्रभावी निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस अधिकारियों को फुट पेट्रोलिंग के निर्देश दिए गए हैं। पुलिसकर्मियों से आग्रह है कि पूरी ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें। सीएम योगी ने कहा कि प्रभु राम जब लक्ष्मण से लंका विजय के बाद एक ही बात कहते हैं कि जननी और जन्मभूमि का कोई विकल्प नहीं हो सकता है।

कहा कि आवास समस्या के लिए सरकार थानों, पुलिस लाइन में बैरकों के लिए धन मुहैया करवा रही है।

सात जनपदों में पुलिस लाइन नहीं है,

इन जनपदों में पुलिस लाइन का निर्माण जल्द होगा।

कहा कि पुलिस की समस्याओं के लिए 3 अधिकारियों की कमेटी बना रही है। कमेटी की रिपोर्ट पर कार्रवाई की जाएगी।