
तालकटोरा कर्बला से गायब, खोजने वाले को 50 हजार रुपये इनाम की घोषणा (Source: Police Media Cell)
‘Zuljanah’ Horse Shia Community Religious Faith: लखनऊ से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसने शिया समुदाय के साथ-साथ पूरे शहर को हैरानी और चिंता में डाल दिया है। यह कोई आम चोरी की घटना नहीं है, बल्कि शिया समुदाय की गहरी धार्मिक आस्था से जुड़े ईरानी नस्ल के बेशकीमती घोड़े ‘जुल्जना’ के चोरी होने का मामला है। यह घटना राजधानी लखनऊ के तालकटोरा क्षेत्र स्थित कर्बला से सामने आई है, जहां से यह पवित्र घोड़ा रहस्यमय तरीके से गायब हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया, वहीं पुलिस ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। घोड़े की तलाश के लिए 50 हजार रुपये के इनाम का ऐलान भी किया गया है।
जुल्जना कोई साधारण घोड़ा नहीं, बल्कि शिया मुस्लिम समुदाय की धार्मिक परंपरा और आस्था का प्रतीक माना जाता है। इस घोड़े का संबंध सीधे तौर पर कर्बला की जंग और इमाम हुसैन (अ.स.) से जुड़ा है। धार्मिक मान्यता के अनुसार जुल्जना इमाम हुसैन का घोड़ा था,आशूरा के दिन यह घोड़ा शोक जुलूस (अलम और ताजिया) में शामिल किया जाता है। यह बलिदान, शहादत और इंसाफ का प्रतीक माना जाता है। लखनऊ समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में मुहर्रम के दौरान जुल्जना की विशेष जियारत की जाती है। लोग इसे देखने और छूने को भी सौभाग्य मानते हैं।
चोरी हुआ जुल्जना घोड़ा ईरानी नस्ल का बताया जा रहा है, जो बेहद दुर्लभ और महंगा होता है। जानकारों के अनुसार इस नस्ल के घोड़े बेहद मजबूत और आकर्षक होते हैं। धार्मिक आयोजनों में इन्हें विशेष सम्मान दिया जाता है। इनकी कीमत लाखों रुपये तक हो सकती है, लेकिन इस घोड़े की कीमत केवल पैसों में नहीं आंकी जा सकती, क्योंकि यह धार्मिक भावनाओं से जुड़ा हुआ है।
यह घटना लखनऊ के तालकटोरा थाना क्षेत्र में स्थित कर्बला से सामने आई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार घोड़ा कर्बला परिसर में सुरक्षित रखा गया था,रात के समय अज्ञात चोरों ने इसे चुरा लिया,सुबह जब सेवकों ने घोड़ा नहीं देखा तो हड़कंप मच गया ,घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई।
शिकायत मिलने के बाद तालकटोरा पुलिस हरकत में आ गई है। पुलिस द्वारा स्थानीय लोगों और चौकीदारों से पूछताछ की जा रही है.संभावित रास्तों और पशु बाजारों पर नजर रखी जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह सिर्फ चोरी नहीं, बल्कि धार्मिक आस्था से जुड़ा मामला है। इसे प्राथमिकता के आधार पर सुलझाया जाएगा।
घोड़े की अहमियत को देखते हुए कर्बला प्रबंधन और शिया समुदाय के लोगों ने घोड़े को खोजने वाले को 50 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है। साथ ही यह भी अपील की गई है कि अगर किसी को घोड़े के बारे में कोई भी जानकारी मिले
या कहीं संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत पुलिस या कर्बला प्रबंधन को सूचित करें।
घटना के बाद शिया समुदाय में गहरी चिंता और नाराजगी देखी जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह केवल चोरी नहीं, बल्कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली घटना है। प्रशासन को जल्द से जल्द घोड़ा बरामद करना चाहिए। भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए सुरक्षा बढ़ाई जाए। कुछ लोगों ने कर्बला परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं।
इस घटना ने एक बार फिर धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे स्थलों पर CCTV और गार्ड की व्यवस्था मजबूत होनी चाहिए। धार्मिक प्रतीकों और संपत्तियों की विशेष निगरानी जरूरी है. स्थानीय प्रशासन और समुदाय के बीच बेहतर समन्वय होना चाहिए।
एक स्थानीय बुजुर्ग ने कहा कि जुल्जना हमारी आस्था का हिस्सा है। इसे चुराना हमारे जज्बातों पर हमला है। प्रशासन को इसे जल्द ढूंढ निकालना चाहिए। वहीं एक युवक ने कहा कि अगर कोई इसे कहीं बेचने की कोशिश करेगा, तो लोगों को सतर्क रहना चाहिए और पुलिस को सूचना देनी चाहिए।
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Published on:
28 Dec 2025 11:20 am
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