
एक और नोटिस मिलने पर प्रियंका गांधी का फूट पड़ा गुस्सा, कहा- मैं इंदिरा गांधी की पोती हूं, BJP की...
लखनऊ. कानपुर के बालिका गृह (Kanpur Shelter Home) मामले को लेकर आगरा जिला प्रशासन के बाद अब यूपी बाल अधिकार संरक्षण आयोग (UP Child Rights Commission) द्वारा नोटिस भेजे जाने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने मामले पर ट्वीट कर तंंज कसा है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि जनता के एक सेवक के रूप में मेरा कर्तव्य उनके के प्रति है और वह कर्तव्य सच्चाई को उनके सामने रखने का है। किसी सरकारी प्रॉपगैंडा को आगे रखना नहीं है। यूपी सरकार अपने अन्य विभागों द्वारा मुझे फिजूल की धमकियां देकर अपना समय व्यर्थ कर रही है। जो भी कार्रवाई करना चाहते हैं, बेशक करें। मैं सच्चाई सामने रखती रहूंगी। मैं इंदिरा गांधी की पोती हूं, कुछ विपक्ष के नेताओं की तरह भाजपा की अघोषित प्रवक्ता नहीं।
बाल आयोग ने दिया था नोटिस
यूपी बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने प्रियंका गांधी को नोटिस भेज कर कानपुर के बालिका गृह मामले में फेसबुक पर की गई टिप्पणी का तीन दिन के अन्दर खंडन करने को कहा था। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर समय से खंडन नहीं किया गया तो बाल अधिकार संरक्षण आयोग अधिनियम-2005 की धारा-13 की उपधारा -1 (जे) के साथ धारा-14 व 15 के तहत उचित कार्यवाही के लिए मजबूर होना पड़ेगा। जिस पर प्रियंका गांधी ने अब आक्रामक रुख अपनाकर ये करारा जवाब दिया है।
आगरा जिला प्रशासन ने भी थमाया था नोटिस
दरअसल आयोग के अध्यक्ष डा. विशेष गुप्ता ने कहा था कि कांग्रेस महासचिव द्वारा अपने फेसबुक पेज पर भ्रामक और तथ्यविहीन पोस्ट लिखी गई। उनकी पोस्ट का आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया है। उनकी यह पोस्ट भ्रामक व साक्ष्यविहीन है। वहीं इससे पहले आगरा में कोरोना से हुई मौतों के आंकड़ों को लेकर प्रियंका गांधी को उनके एक एक ट्वीट को वहां के डीएम ने नोटिस दिया था।
Updated on:
26 Jun 2020 12:30 pm
Published on:
26 Jun 2020 12:19 pm
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