
लोकसभा चुनाव के लिये राजा भैया ने अपनाया ये फार्मूला, इनको बनाएंगे अपना वोट बैंक
लखनऊ. रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने नई पार्टी के ऐलान कर दिया है। वे नई पार्टी के साथ लोकसभा चुनाव में अन्य पार्टियों को जोरदार टक्कर देने वाले हैं। इस सियासी दलों ने हलचल तेज हो गई है। हालांकि लोकसभा चुनाव लड़ने के बारे में उन्होंने बयान देते हुए कहा कि चूंकि पार्टी के नाम और चिह्न पर फैसला नहीं हुआ है, ऐसे में लोकसभा चुनाव, 2019 लड़ने पर अभी कुछ तय नहीं हुआ है।
मुसलमानों का साथ
राजा भैया ने जहां सवर्ण वोट बैंक को साधने की रणनीति अपनाई है। वहीं, साथ ही मुस्लिम मतों को लेकर भी एक लकीर खींची है। राजा भैया ने अपनी जनसत्ता पार्टी के झंडे में दो रंग शामिल किए हैं। पहला पीला और दूसरा हरा। पीला रंग राजपूतों से जोड़कर देखा जाता है। जबकि हरे रंग को मुस्लिम समुदाय में पवित्र माना जाता है। राजा भैया ने राम मंदिर को लेकर भी अपना स्टैंड साफ किया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर मामले पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला होगा, उसे वो स्वीकार करेंगे। मुस्लिम समाज भी यही बात दोहरा रहा है। इससे संकेत साफ है कि उनके राजनीतिक एजेंडे में मुस्लिमों को भी पूरी तरह से जगह दी गई है। दरअसल कुंडा विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम मतदाता बड़ी तादाद में हैं। मुस्लिम मतदाताओं पर राजा भैया की अच्छी खासी पकड़ है। ऐसे में अपनी जीत को यथावत बरकरार रखने के लिए राजा भैया किसी भी सूरत में मुस्लिमों को नाराज नहीं करना चाहते हैं।
आयोग को भेजे तीन नाम
कुंडा से निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने शुक्रवार को लखनऊ में अपनी नई पार्टी की औपचारिक घोषणा कर दी। इस दौरान उन्होंने एससी/एसटी कानून और पदोन्नति में आरक्षण के विरोध को पार्टी का मुख्य मुद्दा बताया। कहा कि उनकी पार्टी का नाम जनसत्ता पार्टी (Jansatta Party) हो सकता है। हालांकि पार्टी के पंजीकरण के लिए चुनाव आयोग को तीन नाम भेजे गए हैं, जिसमें जनसत्ता पार्टी, जनसत्ता लोकतांत्रिक पार्टी और जनसत्ता दल जैसे नाम हैं। पार्टी के चुनाव चिह्न के लिए भी आयोग को पत्र लिखा गया है। आयोग ने अभी तक दोनों में से किसी पर मंजूरी नहीं दी है। अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान शुक्रवार को राजा भैया ने कहा कि वह लगातार छठी बार निर्दलीय विधायक चुने गए हैं। क्षेत्र की जनता की मांग पर वह अब अपनी पार्टी बना रहे हैं। पार्टी जल्द ही रैली आयोजित करेगी। उन्होंने कहा कि चूंकि पार्टी के नाम और चिह्न पर फैसला नहीं हुआ है, ऐसे में लोकसभा चुनाव, 2019 लड़ने पर अभी कुछ तय नहीं हुआ है।
Published on:
17 Nov 2018 09:17 am
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